Kissa E Bollywood: मशहूर कॉमेडियन महमूद की जिंदगी का एक पहलू ये भी है
मशहूर कॉमेडियन महमूद जब पर्दे पर आते थे तो दर्शक उछल जाते थे. फिल्मों में उनका होना ही सफलता की गारंटी माना जाता था. एक सफल व्यक्ति के पीछे संघर्ष की एक लंबी कहानी होती है. महमूद के साथ भी ऐसी ही एक कहानी जुड़ी हुई है.
किस्सा-ए- बॉलीवुड: मशहूर कॉमेडियन महमूद की शख्सियत ऐसी है कि इनका नाम आते हैं होंठों पर मुस्कुराहट आ जाती है. महमूद की कॉमेडी रोते हुए इंसान को भी हंसाने की ताकत रखती है. अदाकारी के मामले में महमूद के सामने आज भी दूर दूर तक कोई नहीं टिकता है. महमूद जितने अच्छे कलाकार थे, उससे कहीं बेहतर एक नेक इंसान भी थे. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की प्रतिभा को फिल्म इंडस्ट्री में सबसे पहले महमूद ने ही पहचाना था और अपनी फिल्म 'बॉंबे टू गोवा' में पहली बार बतौर हीरो लॉंच भी किया था. महमूद की दरियादिली के किस्सों से बॉलीवुड की गलियां भरी पड़ी हैं.
महमूद के पिता मुमताज अली का नाता भी फिल्मों से था. लेकिन उन्हें शराब पीने की आदत थी. जिस कारण घर में पैसों की कमी बनी रहती थी. क्योंकि फिल्मों से जो भी कमाई होती, उनके पिता उसे शराब में उड़ा देते. घर की स्थिति बिगड़ने लगी तो महमूद ने सड़कों पर रिक्शा चलाया, अखबार बेचे. न जाने कितने छोटे मोटे काम किए. लेकिन मुफलिसी के इस दौर में भी उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी. वे टेबिल टेनिस के अच्छे खिलाड़ी थे. जब ये बात किसी ने मशहूर एक्ट्रेस और ट्रेजडी क्वीन मीना कुमारी को बताई तो उन्होंने महमूद को टेबिल टेनिस सीखाने के लिए रख लिया. यहीं पर उनको मीना कुमारी की छोटी बहन मधु से इश्क हो गया. बाद में दोनों ने शादी भी की.
महमूद को पहला ब्रेक फिल्म 'परवरिश' में मिला, लेकिन पहचान मिली मनोज कुमार की फिल्म 'गुमनाम' से, जिसके एक गाने ने इस कदर धूम मचाई की दर्शक सिनेमा हॉल की तरफ खींचे चले आए. इसके बाद बॉलीवुड में महमूद नाम एक सफल कॉमेडियन के तौर पर लिया जाने लगा. बतौर कॉमेडियन महमूद ने एक से एक बढ़कर किरदार निभाए.
एक वो भी दौर आया जब महमूद के नाम से फिल्में हिट हुआ करती थीं. 60 और 70 का ये वो दशक था जब महमूद एक हीरो से अधिक रूपये लेते थे. कॉमेडियन होने के अलावा महमूद एक अच्छे डांसर, सिंगर, डायरेक्टर भी थे. 1968 में महमूद ने 'पडोसन' फिल्म बनाई. जिसमें अभिनेता सुनील दत्त के साथ किशोर कुमार भी थे. 'पडोसन' फिल्म हिंदी सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ कॉमेडी फिल्मों से एक माना जाता है. महमूद की आखिरी फिल्म अभिनेता शाहरूख खान के साथ 'दुश्मन दुनिया' बनाई थी. पोलियो जैसी बीमारी को लेकर लोगों को जागरूक करने के मकसद से महमूद ने फिल्म 'कुंवारा बाप' का निर्माण किया. हिंदी सिनेमा को लोकप्रिय बनाने में महमूद के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा.
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