PM मोदी के साथ पहली बार दिखी महिला SPG कमांडो? कंगना रनौत ने फोटो शेयर कर जताई खुशी
Kangana Ranaut: कंगना रनौत ने अपने इंस्टा पर पीएम मोदी के पीछे चल रही एक महिला अधिकारी की फोटो शेयर कर लेडी एसपीजी बताया था. एक्ट्रेस-सांसद ने इस पर अपनी खुशी भी जताई है
Kangana Ranaut Celebrate Female Commandoes: बॉलीवुड में सक्सेसफुल करियर एंजॉय करने के बाद कंगना रनौत अब राजनीति में भी अपनी जगह बना रही हैं. एक्ट्रेस भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से सांसद हैं. अपनी बेबाक राय के लिए जानी जाने वाली अभिनेत्री ने हाल ही में अपने इंस्टा पर पीएम मोदी के पीछे वर्दी में चल रही एक महिला की तस्वीर शेयर की थी. ये तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है और इसे नारी शक्ति का बड़ा उदाहण बताया जा रहा है.
क्या पीएम मोदी की सुरक्षा में तैनात हुईं महिला कमांडो?
कंगना द्वारा इंस्टाग्राम पर शेयर की गई तस्वीर में प्रधानमंत्री मोदी को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के साथ गहरे रंग के सूट में एक वर्दी पहने महिला के आगे चलते हुए दिखाया गया है. कुछ लोगों का मानना है कि वर्दी में महिला एसपीजी कमांडो हैं. दअसल ये दावा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि कंगना ने जो तस्वीर शेयर की है उन्होंने उस पर लेडी एसपीजी लिखा था.
वैसे एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक कंगना द्वारा शेयर की गई तस्वीर में दिख रही महिला अधिकारी एसपीजी कमांडो नहीं है. वह राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू की पीएसओ बताई जा रही हैं जो सीआरपीएफ में बतौर असिटेंड कमांडेंट तैनात हैं.
सोशल मीडिया पर लोग शेयर कर रहे तस्वीर
वहीं सोशल मीडिया पर कंगना द्वारा शेयर की गई तस्वीर वायरल हो चुकी है. कई लोगों ने महिला को पीएम मोदी की सुरक्षा में तैनात एसपीजी कमांडो बताते हुए शेयर भी किया है. वहीं कुछ लोगों ने कहा है कि महिला सीआरपीएफ में अधिकारी हैं.
Female SPG 🔥🔥🔥
— Lakshay Mehta (@lakshaymehta31) November 28, 2024
Women Empowerment under Modi govt is Unmatchable 💪 pic.twitter.com/WGejZKvQu3
महिला कमांडों सालों से एसपीजी के सिक्योरिटी फ्रेमवर्क का हिस्सा हैं
गौरतलब है कि महिला कमांडों सालों से एसपीजी के सिक्योरिटी फ्रेमवर्क का हिस्सा रही है. वैसे साल 2015 तक, एसपीजी की क्लोज प्रोटेक्शन टीम (सीपीटी) में महिलाएं शामिल नहीं थीं, और अब इंडिया टुडे के अनुसार संबंधित विभाग में लगभग 100 महिला कमांडो हैं.
एसपीजी क्या है?
एसपीजी की स्थापना अप्रैल 1985 में कैबिनेट सचिवालय के तहत तत्कालीन प्रधान मंत्री राजीव गांधी द्वारा उनकी मां, पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों द्वारा हत्या के बाद की गई थी. एसपीजी एक्ट 1988 में अस्तित्व में आया था.