मुंबई: बॉलीवुड में संजय दत्त उन एक्टर्स में से हैं जिनकी फिल्में हिट हो या फ्लॉप लेकिन उनका फैन फॉलोइंग लगातार बनी रहती है. संजय दत्त ने अपनी ज़िंदगी में ऐसे कई काम किए हैं, जिसके बारे में जानकर फैंस उनसे दूर हो सकते थे, उनसे नफरत कर सकते थे या फिर उनकी फिल्मों को देखना छोड़  सकते थे, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ. जब जब संजय दत्त अपनी गलतियों की वजह से सुर्खियों में आए और मुश्किलों का सामना किया तब तब संजय के फैंस उनके साथ उस मुश्किल घड़ी में खड़े नज़र आए. फिर वह चाहे उनकी ड्रग्स की आदत हो, गर्लफ्रेंड्स की खबरें हों या फिर मुंबई धमाके के वक्त अवैध तरीके से घर में हथियार रखने का मामला. हर दौर में संजू बाबा को उनके फैंस का खूब साथ मिला.


जल्द ही संजय दत्त की ज़िंदगी का हर पहलू सिनेमाघरों में फिल्म संजू में देखने को मिलेगा. फिल्म की रिलीज से पहले एबीपी न्यूज़ लाया है एक सीरिज जिसमें संजय दत्त की ज़िंदगी से जुड़ी तमाम पहलुओं को जानने और समझने को मिलेगा.



‘संजू स्पेशल’ की दूसरी कड़ी में आज हम संजय दत्त के उस मुश्किल वक्त की बात कर रहे हैं, जब उन्हें देशद्रोही तक कहा जाने लगा था. दरअसल संजय दत्त मुंबई सीरियल बम धमाकों के दौरान अवैध रूप से हथियार रखने के मामले में फंस गए थे. जिसके बाद उन्हें अप्रैल 1993 में गिरफ्तार कर लिया गया.


क्या था मामला ?


12 मार्च 1993 को मुंबई में सीरियल बम ब्लास्ट हुए. इसी मामले में पुलिस जांच में ये बात सामने आई थी कि संजय दत्त ने अंडरवर्ल्ड के लोगों से अवैध तरीके से हथियार लिए. उन्हें अपने घर में रखा और बाद में पुलिस की रेड की डर से उन्हें खत्म कर दिया.


इन आरोपों पर संजय दत्त ने अदालत में कहा था कि वो अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर परेशान थे. यही वजह थी कि उन्होंने हथियार रखे थे. उन्होंने कहा था कि उस वक्त वो घबरा गए थे और कुछ लोगों के कहने पर ऐसा किया था.


कैसे आया था नाम ?


1993 में मुंबई पुलिस में ज्वाइंट सीपी रहे एन एन सिंह ने एबीपी न्यूज़ से बात चीत में संजय के इस फंसने के बारे में काफी कुछ बताया था. उन्होंने कहा था कि संजय के दोस्त यूसुफ नलवाला ने ही संजय के बारे में बताया था. एन एन सिंह ने बताया कि उन्हें मुंबई के किसी बहुत बड़ी राजनैतिक शख्सियत ने कहा था कि यूसुफ नलवाला को पकड़ो वह बहुत कुछ जानता है. सिंह ने कहा कि उसी राजनेता के कहने पर पुलिस ने यूसुफ नलवाला को पकड़ा और जब यूसुफ से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि 'संजय दत्त के घर पर हथियार रखे गए थे. उन्होंने मॉरिशस से फोन किया और फिर हमने जाकर उनके घर से हथियार लिए और उन्हें नष्ट किया.'


संजय दत्त के पास कितने हथियार थे ?



उस वक्त के मुंबई के ज्वाइंट सीपी एन एन सिंह ने पूरी कहानी बयान करते हुए कहा कि संजय दत्त को 3 AK 56 राइफ्लस, कुछ हथगोले और कुछ कारतूस दिए गए थे, लेकिन बाद में उन्होंने 2 राइफल्स, हथगोले और कुछ कारतूस वापस कर दिए थे.


कैसे हुई थी गिरफ्तारी ?


जब इस मामले में संजय दत्त का नाम सामने आया, तब संजय ने उस वक्त के मुंबई के पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया को फोन किया और मामले के बारे में पूछा. संजय ने उन्हें ये भी कहा कि अगर उनकी जरूरत है तो वह वापस आने को तैयार हैं. लेकिन उस वक्त राकेश मारिया ने उनसे कहा कि 'बेटा तुम अपना काम पूरा करो और अपने तय वक्त पर ही आओ...' इस बात का ज़िक्र यासिर उस्मान कि किताब ‘बॉलीवुड का बिगड़ा शहज़ादा: संजय दत्त’ में है.



19 अप्रैल 1993 को संजय दत्त अपनी फिल्म ‘आतिश’ के क्लाइमैक्स का शूटिंग करके मॉरिशस से वापस लौट रहे थे. इधर मुंबई पुलिस उनको गिरफ्तार करने की तैयारियां कर रही थी. यासिर उस्मान की किताब के मुताबिक संजय दत्त की फ्लाइट रात 2 बजकर 15 मिनट पर मुंबई पहुंची. संजय जैसे ही एयरपोर्ट की इमिग्रेशन एरिया से बाहर आए पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.


20 साल बाद 5 साल की सज़ा


कई सालों तक केस चलने के बाद टाडा कोर्ट ने संजय दत्त को 31 जुलाई 2007 को 6 साल की सज़ा सुनाई. बाद में उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी. इस दौरान संजय अपनी फ्लॉप फिल्मों से जूझ रहे थे तभी साल 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने टाडा कोर्ट के फैसले को सही ठहराते हुए उन्हें 5 साल की सज़ा सुना दी.



संजय दत्त ने पुणे की यरवडा जेल में करीब 42 महीने गुज़ारे. उन्हें जेल में अच्छे व्यवहार के चलते सज़ा खत्म होने से पहले ही रिहा कर दिया गया.


हथियार रखने की एक गलती ने संजय दत्त को कई सालों तक परेशान किया. संजय ने खुद भी कुछ इंटरव्यू के दौरान इस बात को माना कि उस दौरान उनसे गलती हुई थी. संजय की इस गलती से उनके परिवार को भी कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा था.


29 जून को रिलीज़ होगी संजय की बायोपिक


संजय दत्त की ज़िंदगी पर बन रही फिल्म ‘संजू’ में उनके ड्रग्स के दौर का भी जिक्र है. फिल्म में अभिनेता रणबीर कपूर ने उनकी भूमिका निभाई है. फिल्म में संजय की ज़िंदगी से जुड़े लगभग सभी किरदारों को शामिल किया गया है. संजय के पिता सुनील दत्त का रोल परेश रावल, मां नरगिस दत्त का रोल मनीषा कोइराला, पत्नी का मान्यता का रोल दीया मिर्ज़ा ने निभाया है. फिल्म में दोस्त की भूमिका में विकी कौशल और पत्रकार का किरदार अनुष्का शर्मा ने निभाया है. इस फिल्म में सोनम कपूर भी हैं जिन्हें संजू की प्रेमिका के तौर पर दिखाया गया है. राजकुमार हीरानी ने इस फिल्म को लिखा और निर्देशन भी उन्हीं का है. फिल्म 29 जून को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी.