अभिनेता संजय दत्त लंग कैंसर की गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं. यह किसी फिल्म की कहानी नहीं है बल्कि असल जिंदगी में इस बीमारी ने संजू को अपनी आगोश में ले लिया है. लेकिन यह भी सच है कि बॉलीवुड के 'संजू बाबा' की रियल जिंदगी किसी फिल्म से कम नहीं रही है. छोटी उम्र में मां की मौत, ड्रग्स की लत और जेल जाने तक, संजय की जिंदगी में कई उतार चढ़ाव आए. आइये एक नज़र डालते हैं संजय की जिंदगी के सफरनामे पर.
बतौर चाइल्ड एक्टर शुरू हुआ था संजय का फिल्मी करियर
संजय दत्त ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड एक्टर की थी. सबसे पहले वह 'रेश्मा और शेरा' में नज़र आए थे. यह फिल्म 1972 में रिलीज़ हुई थी. इसके बाद 1981 में संजय ने रॉकी फिल्म से बतौर एक्टर अपने करियर की शुरुआत की. पहली ही फिल्म ने संजय को रातोंरात स्टार बना दिया.
ड्रग्स की लत में बुरी तरह डूब गए थे संजू बाबा
संजय की जिंदगी में दुखों का पहाड़ तब डूबा जब उनकी मां नरगिस का निधन हो गया. अचानाक हुई मां की मौत ने संजय की जिंदगी में भूचाल ला दिया. मां की मौत के बाद संजय पूरी तरह ड्रग्स के नशे में डूब गए. इस लत ने संजू को अंदर से पूरी तरह खोखला कर दिया था. हालांकि, पिता सुनील दत्त ने अपने लाडले को इस तरह बर्बाद होते देख उन्हें सुधारने के लिए दिन-रात एक कर दिया. सुनील इलाज के लिए संजू को अमेरिका ले गए, जहां दो साल के इलाज के बाद उनकी वापसी मायानगरी में हुई.
1987 में संजय ने की पहली शादी
बॉलीवुड में वापसी के बाद संजू ने एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दीं. 1987 में उन्होंने ऋचा शर्मा से शादी कर ली. लेकिन शायद संजय की किस्मत में खुशियां ज्यादा देर तक नहीं लिखी थी. शादी के नौ साल बाद ब्रेन ट्यूमर के कारण ऋचा की मौत हो गई. ऋचा की मौत के बाद संजय एक बार फिर अकेले हो गए और उनका फिल्मी ग्राफ भी गिर गया. हालांकि, कुछ वक्त बाद संजू ने रिया पिल्लई से दूसरी शादी कर ली. लेकिन यह शादी ज्यादा दिनों तक नहीं चली और जल्द ही दोनों का तलाक हो गया.
1993 में पहली बार जेल गए संजय दत्त
संजय की जिंदगी में उस वक्त भूचाल आ गया, जब 1993 में मुबंई बम ब्लास्ट में नाम आने के कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. उस समय मॉरिशस में फिल्म आतिश की शूटिंग चल रही थी, लेकिन बम ब्लास्ट में नाम आने के कारण उन्हें मुबंई लौटना पड़ा, जहां एयरपोर्ट पर ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. संजय पर अपने घर पर हथियार रखने का आरोप था. हालांकि, पूछताछ में संजय ने हथियार रखने और अबू सलेम के अपने घर आने की बात कबूली भी थी. इसके बाद संजय पर टाडा कानून के तहत मुकदमा चलाया गया और उन्हें छह साल की जेल हो गई.
2006 में टाडा से मिली मुक्ति
1993 से लेकर 2006 तक संजू को आतंकवादी कहकर बुलाया जाता था. लेकिन साल 2006 में मुंबई बम धमाकों मामले की सुनवाई कर रही टाडा अदालत ने कहा कि संजय एक आतंकवादी नहीं है और उन्होंने अपने घर में गैरकानूनी रायफल अपनी हिफाजत के लिए रखी थी. संजय पर टाडा के आरोप खत्म कर दिए गए और उन्हें आर्म्स एक्ट के तहत दोषी करार दिया गया.
2008 में की मान्यता से शादी
2006 में भले ही संजू को टाडा के खिलाफ राहत मिल गई, लेकिन उनका फिल्मी करियर पूरी तरह समाप्त हो गया था. हालांकि, फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ से उन्होंने एक बार फिर वापसी की और अपने काम से सभी को मुंह बंद कर दिया. इसके बाद 2008 में संजू ने मान्यता से शादी कर ली. यहां से संजय ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा और बॉलीवुड में अपनी दूसरी पारी शुरू की. संजय की जिंदगी पर बॉलीवुड फिल्म भी बन चुके है. 2018 में उनकी जिंदगी पर बनी फिल्म 'संजू' में रणबीर कपूर ने संजय दत्त का किरदार निभाया था.
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