मुंबई: ओम पुरी अभिनीत फिल्म 'राम भजन जिंदाबाद' अब 13 जनवरी की बजाय फरवरी में रिलीज होगी. फिल्म निर्माता खालिद किदवई ने यह जानकारी दी. ओम पुरी का शुक्रवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया.


राष्ट्रीय पुरस्कार विजता अभिनेता को याद करते हुए उन्होंने कहा, "यह हमारे लिए चौंकाने वाली खबर है. हमने फिल्म की रिलीज स्थगित कर दी है. 'राम भजन जिंदाबाद' फरवरी में रिलीज होगी. हम दो-तीन दिनों में आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा करेंगे."


किदवई ने कहा कि ओम पुरी इस फिल्म में केंद्रीय भूमिका में हैं. उन्होंने कहा, "उनका निधन इस उद्योग का बहुत बड़ा नुकसान है."


जीत गुप्ता द्वारा निर्देशित फिल्म राजनीतिक मुद्दे पर आधारित हैं. फिल्म में कुलभूषण खरबंदा, सीमा आजमी, राम सेठी और श्वेता भारद्वाज जैसे सितारे महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं.


इस फिल्म को एक पॉलिटिकल सटायर कह सकते हैं. यह एक ऐसे परिवार की कहानी है, जो गरीब है और हर गरीब की तरह उसके भी कुछ सपने हैं. इन सपनों को सच करने के लिए कैसे वह सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक स्कीम की आड़ लेना चाहता है, किस तरह से उस स्कीम का दुरुपयोग होता है, यह फिल्म इस बात को दिखाती है.

किस स्कीम की बात फिल्म में की जा रही है?

असल में यूपी सरकार ने कुछ साल पहले एक योजना शुरू की थी. अगर किसी दलित महिला के साथ रेप होता है, तो उसे नकद मुआवजा दिया जाएगा. फिर इस योजना के दुरुपयोग होने की खबरें आने लगी थीं और जैसा हमारे यहां होता है कि किसी भी मुआवजे का एक छोटा हिस्सा ही पीड़ित तक पहुंचता है. यह फिल्म इसी मुद्दे पर बनी है.

इस फिल्म में रामभजन एक दिहाड़ी मजदूर है. वह चाहता है कि उसकी पत्नी उसका साथ दे, जिससे वह सरकार से मुआवजा ले सके, क्योंकि उसकी ख्वाहिश मजदूर से ठेकेदार बनने की है, वह चाहता है उसके पास भी मोटर साइकिल हो.


यहां देखें फिल्म का ट्रेलर-