प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखने जा रहे हैं. इस मौके पर हर कोई उत्साहित है. राम मंदिर-बाबरी मस्जिद का विवाद दो दशक से भी ज्यादा वक्त से चल रहा था. पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने यहां राम मंदिर बाने के पक्ष में फैसला दिया और वैकल्पिक स्थान पर मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन देने का फैसला सुनाया. अब अयोध्या में राम मंदिर बनने जा रहा है. जिसे लेकर पूरे देश में उत्साह और इसे लेकर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन क्या इससे सबकुछ ठीक हो जाएगा. देश में राम राज्य आएगा?
यहां हम आपको कुछ ऐसी ही फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो भगवान राम के विचारों से प्रेरित रही और उनमें राम राज्य की संकल्पना का छोटा-बड़ा हिस्सा रहा है. सबसे पहले जान लीजिए की राम राज्य क्या होता है? महाकवि रहे तुलसीदास भगवान राम के बहुत बड़े भक्त थे. उन्होंने अपने एक दोहे के जरिए बताया कि रामराज्य में किसी भी शख्स का दैहिक, दैविक और भौतकि समस्याओं से परेशान नहीं होना पड़ता. सभी लोग आपस में प्रेम से रहते हैं. वे नीति और मर्यादा में के लिए काम करते हैं और लोकहित में धर्म का पालन करते हैं.
स्वराज से ऊपर राम राज्य
सबसे पहले बात करेंगे महात्मा गांधी की बायोपिक और महात्मा गांधी से प्रेरित फिल्मों की. जैसा की हम सभी जानते हैं. राष्ट्रपिता कहलाए जाने वाले महात्मा गांधी भगवान राम को काफी मानते थे. मरते वक्त भी उनके मुंह से 'हे राम!' ही बोला था. वह अंग्रेजों के खिलाफ लड़े थे और देश में राम राज स्थापित करना चाहते थे. उनका राम राज्य से मतलब था ग्राम स्वराज. जहां हर कोई मिलजुल कर रहता था.
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हे राम
गांधी जी स्वराज से भी ऊपर रामराज को मानते थे. इस राज्य में गरीबों की सुरक्षा होगी, सबकाम नीतिगत और नियमों के तहत होंगे. लोगों के विचारों और पक्षों को सुना जाएगा. देश में हित में विचार किया जाएगा. 'गांधी माइ फादर', 'हे राम', 'गांधी', 'द मेकिंग ऑफ महात्मा', 'नाइन ऑवर टू रामा', 'मैंने गांधी को नहीं मारा' और 'सरदार' जैसी फिल्मों में राम राज्य का जिक्र किया गया.
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राम राज्य
इसके अलावा बॉलीवुड में राम राज्य के नाम से ही दो फिल्में बनीं. एक 1943 में और 1967 में. इन फिल्मों की शुरुआत भगवान राम के 14 साल के वनवास काटने के बाद अयोध्या में वापसी से होती है. इसमें सीता की अग्निपरीक्षा और अयोध्या की सुख शांति के लिए अश्वमेघ यज्ञ और बतौर राजा भगवान राम के फैसले को दिखाया गया है. भगवान राम किस तरह फैसले सुनाते हैं, अपने राज्यों के लोगों की मदद करते हैं. उनके राज्य में कोई भेदभाव नहीं है. सब लोग खुशी से रहे हैं.
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