Krishan Kumar Wife Tanya On Daughter Trishaa Death: एक्टर-प्रोड्यूसर और टी सीरीज के को-ऑनर कृष्ण कुमार की 20 साल की बेटी तिषा कुमार का लंबी बीमारी की वजह से 18 जुलाई 2024 को निधन हो गया थी. तीशा की मौत कैंसर डायग्नोसिस की वजह से हुई थी लेकिन अब कृष्ण कुमार की पत्नी और तीषा की मां तान्या ने खुलासा किया है कि उनकी बेटी को कैंसर नहीं था, बल्कि उनकी मौत की वजह कुछ और ही थी. तीषा टी-सीरीज़ की सीईओ, भूषण कुमार की कजिन सिस्टर थीं.
कृष्ण कुमार की बेटी तिशा की मौत कैंसर से नहीं हुई?
अपनी 20 साल की बेटी तिशा कुमार को खोने के महीनों बाद कृष्ण कुमार की पत्नी तान्या ने अब अपनी लाडली की मौत के पीछे के असली कारण का खुलासा किया है. तान्या ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर तिशा संह अपने हैप्पी मोमेंट की कई तस्वीरें शेयर की हैं साथ एक लंबा नोट लिखकर खुलासा किया कि तिशा की मौत कैंसर से नहीं हुई थी. उन्होंने दावा किया कि किसी और के 'बुरे कर्म' के कारण उन्होंने अपनी बेटी को खो दिया.
तान्या ने अपनी पोस्ट में लिखा है, 'कैसे, क्या, क्यों' बहुत से लोग लिख रहे हैं और मुझसे पूछ रहे हैं कि क्या हुआ. सच सब्जेक्टिव है और कोई इसे कैसे मानता है उससे रिलेटिव है, जब एक प्योर निर्दोष आत्मा किसी/किसी अन्य के बुरे कर्मों के कारण इनजस्टिस से गुजरती है, तो चीजें कॉम्पलिकेटेड और कंफ्यूजिंग हो जाती हैं और अचानक बहुत देर हो जाती है.”
तान्या ने पोस्ट में किया काले जादू का जिक्र
तान्या ने आगे लिखा है, “लेकिन कोई भी अपने कर्मों के प्रकोप से बच नहीं सकता है, डिवाइन जस्टिस, जैसा कि मैंने पिछली पोस्ट में कहा था: "कभी-कभी आपका पूरा अस्तित्व किसी और के 'बुरे कर्म' के कारण छीन लिया जाता है, आपके अपने नहीं!'' कोई फर्क नहीं पड़ता कि फिलॉसफी क्या कहती है, ~कोई फर्क नहीं पड़ता चिकित्सा (गलत) निदान और (गलत) प्रथाओं का बिजनेस है. इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि वहाँ के लोग 'बुरी नज़र, काला जादू, नज़र आदि' पर विश्वास नहीं करते हैं. कोई और क्या सोचता है, क्योंकि आप जो जानते हैं वह कोई और नहीं जानता और समय के साथ, सत्य स्वयं को प्रकट करने का अपना तरीका निकालता है और वह सामने आएगा.
क्या थी तिशा की मौत की असली वजह?
उन्होंने आगे लिखा, “ मेरी बेटी तीशा शा, चाहे कुछ भी हो जाए, वो एक बार भी डर या डिप्रेशन का शिकार नहीं हुई. सच्चाई ये है कि मेरी बेटी को शुरू से ही 'कैंसर' नहीं था. उसे 15-1/2 साल की उम्र में एक वैक्सीन लगाई गई थी जो एक ऑटोइम्यून स्थिति का कारण बनी. जिसे गलत डायग्नोज किया गया था (उस समय हमें यह नहीं पता था). माता-पिता, भगवान न करे कि आपके बच्चे को सिर्फ 'लिम्फ नोड सूजन' है तो प्लिज 'अस्थि-मज्जा' परीक्षण या लिम्फ नोड्स के लिए जाने से पहले दूसरी और तीसरी राय लें. लिंफ नोड्स बॉडी के डिफेंस गार्ड होते हैं और ये इमोशनल ट्रॉमा आदि के कारण या पिछले इंफेक्शन जिसे ठीक तरह से ट्रीट नहीं किया गया हो उसकी वजह से सूज जाते हैं. ये सारी जानकारी मिलने से बहुत पहले ही हम 'मेडिकल जाल' में फंस गए थे."
तान्या ने लास्ट में लिखा, मैं हर दिन प्रार्थना करती हूं कि किसी भी बच्चे को मेडिकल जाल या छिपी निगेटिव शक्तियों की इस क्रूर दुनिया का सामना न करना पड़े.