Govinda Love for Krushna Abhishek: कहते हैं रिश्ते अगर खून के हों तो फिर कितनी ही दूरियां क्यों ना आ जाए अंत में सब एक हो ही जाते हैं. परिवार में अक्सर मतभेद और मनभेद होते ही रहते हैं लेकिन सही वक्त आने पर सभी गलतफहमियां दूर भी हो जाती है. कृष्णा अभिषेक और गोविंदा (Krushna Abhishek and Govinda) के बीच भी इन दिनों कुछ दूरियां हैं, विवाद हैं और मनभेद भी. लेकिन खून का रिश्ता है तो एक दिन ये दूरियां मिट ही जाएंगीं. क्योंकि वो गोविंदा (Govinda) ही तो थे जिन्होंने मांगी थी कृष्णा अभिषेक (Krushna Abhishek) के लिए मन्नत. तब मुरादों के बाद पैदा हुए थे कृष्णा
कंधे पर बैठाकर की थी वैष्णों देवी की चढ़ाई
ये किस्सा खुद गोविंदा ने एक इंटरव्यू (Govinda Interview) में सुनाया था. उन्होंने बताया था कि उनकी बहन शादी के कई साल बाद भी औलाद ना होने के कारण काफी दुखी थीं. तब गोविंदा ने ये मन्नत ली थी कि अगर उनकी बहन मां बनीं तो वो उनके बच्चे को मां के दरबार में हाजिरी के लिए लाएंगे और गोविंदा की इस मन्नत के बाद कृष्णा अभिषेक (Krushna Abhishek) का जन्म हुआ था. तब अपनी इस मन्नत को पूरी करने के लिए गोविंदा ने नंगे पांव मां के दरबार तक कृष्णा को कंधे पर बैठाकर चढ़ाई की थी और मां के दरबार में माथा टेका था.
कुछ सालों से दोनों में चल रहा है विवाद (Govinda and Krushna Abhishek Rift)
दोनों के बीच प्यार तो बहुत हैं लेकिन पिछले कुछ साल से इनका रिश्ता कसौटियों से गुजर रहा है. दोनों का रिश्ते में कुछ दरार सी नजर आ रही हैं. गलतफहमियों के कारण रिश्तों में अनबन है. गोविंदा किसी बात से नाराज होकर कृष्णा के बेटों के जन्मदिन पर नहीं पहुंचे तो इस बार से कृष्णा भी नाराज हो गए और तब से लेकर अब तक इनके बीच एक निश्चित दूरी सी आ गई है. दोनों मामा भांजे उस दूरी को बनाए रखे हुए हैं ताकि बात आगे ना बढ़े.
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