Sneha Desai Interview: 'लापता लेडीज' की स्क्रीनप्ले राइटर स्नेहा देसाई ने रवि किशन के कैरेक्टर को बताया 'यादगार'
Sneha Desai Interview: 'लापता लेडीज' में रवि किशन ने 'इंस्पेक्टर श्याम मनोहर' के किरदार निभाया है. फिल्म की स्क्रीनप्ले राइटर स्नेहा देसाई ने उनके किरदार को काफी सराहा है.
Sneha Desai Interview: किरण राव के डायरेक्शन और आमिर खान के प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले बनी फिल्म 'लापता लेडीज' थिएटर्स में आज (1 मार्च, 2024) को रिलीज हो गई है. फिल्म को ऑडियंल का अच्छा रिस्पॉन्स भी मिल रहा है. इस बीच 'लापता लेडीज' की स्क्रीन प्ले राइटर स्नेहा देसाई ने एबीपी न्यूज से बात की और फिल्म से जुड़े कुछ खास पहलुओं पर चर्चा की.
'लापता लेडीज' में रवि किशन का एक खास रोल है. फिल्म में रवि किशन 'इंस्पेक्टर श्याम मनोहर' के किरदार में दिखाई दिए हैं. इस सवाल पर कि क्या वे इस रोल के लिए किसी और एक्टर को चुन सकते थे और रवि किशन ने अपने कैरेक्टर के साथ किस हद तक जस्टिस किया है, स्नेहा ने बताया कि वे बिल्कुल परफेक्ट थे.
View this post on Instagram
'इतना उम्दा परफॉर्म किया है...'
स्नेहा कहती हैं, 'नहीं हमारी चॉइस रवि जी थे और यह हमारी खुशकिस्मती है जो हमारी फर्स्ट चॉइस थी वो ही हमारे साथ काम कर रहे हैं. उन्होंने ये कैमियो इतना उम्दा परफॉर्म किया है, उनकी परर्फोमन्स इतनी प्यारी रही है कि स्क्रिप्ट को वो एक बहुत अलग लेवल पर ले जा पाए हैं.' स्नेहा आगे कहती हैं, 'आप अच्छी लाइनें लिखे वो एक बात है, लेकिन वो लाइन आपने जितनी इमैजिन की हो उससे भी बेहतर जब एग्जीक्यूट होकर आती है तो उसे देखने का मजा कुछ अलग ही आता है. इन दोनों चीजों का क्रेडिट मैं किरण जी और रवि किशन जी दोनों को देना चाहूंगी.'
'फिल्म में सबसे यादगार कैरेक्टरों में से एक...'
'लापता लेडीज' की स्क्रीनप्ले राइटर रवि किशन और किरण राव को लेकर बात करते हुए कहती हैं, रवि किशन जी रोल के लिए अपना क्राफ्ट लाए हैं, अपना आर्ट लाए हैं और किरण जी ने इतनी सिंपलिसिटी के साथ उनको डायरेक्ट किया है कि श्याम मनोहर का जो वो कैरेक्टर है वो फिल्म में सबसे यादगार कैरेक्टरों में से एक बनके रह जाएगा ऐसी हमारी उम्मीद है.
आमिर खान-किरण राव के साथ ऐसा रहा एक्सपीरियंस
स्नेहा देसाई ने आगे आमिर खान और किरण राव के साथ काम करने का अपना वर्क एक्सपीरियंस भी शेयर किया है. दोनों के साथ काम करने को लेकर स्नेहा कहती हैं, 'मेरा ज्यादातर इंटरैक्शन उनके साथ तब रहा जब हम अपनी स्क्रिप्ट पर काम कर रहे थे और नरेशन कर रहे थे. दोनों ही बहुत उम्दा व्यक्तित्व है और दोनों बहुत ही मिलनसार, बहुत ही साफ दिल के इतने ज्यादा इंटेलिजेंट और सेंसिटिव है और सिनेमा मेकिंग को लेकर उनका एक्सपीरियंस इतना ज्यादा है कि आप जब भी उनके साथ बैठते हैं कुछ नया सीख कर आते हैं.'
स्नेहा के मुताबिक, 'एक सीन में क्या होना चाहिए क्या नहीं होना चाहिए और वो क्यों नहीं होना चाहिए, वो इतनी अच्छी तरह से आपके साथ डिस्कस करते हैं कि आपकी थॉट क्लैरिटी बहुत अच्छी हो जाती है. दोनों इतने साफ मन के हैं कि एक उभरती हुई लेखिका होने के बावजूद कहीं पर उन्होंने मुझे ये नहीं महसूस करवाया कि मैं इंडस्ट्री में नहीं हूं या मैं छोटी हूं या मेरा एक्सपीरियंस कहीं पर भी कम है.'
आमिर-किरण के साथ काम करने को बताया 'सबसे बड़ा लर्निंग कर्व'
आमिर खान और किरण राव को लेकर स्नेहा आगे कहती हैं, 'उन्होंने मेरे ओपिनियंस को, मैंने जो करना चाहा, मेरे राइटिंग को इतना ज्यादा मान लिया इतना सम्मान दिया. जो भी कुछ चेंज हुआ वो इतने म्यूचुअल अग्रीमेंट के साथ हुआ कि कहीं पर मुझे मैं इक्वल नहीं हूं, ऐसा फील नहीं हुआ. तो मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा लर्निंग कर्व मैं उनके साथ के इंटरैक्शन को मानती हूं.'