नई दिल्ली: श्रीदेवी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का एक ऐसा नाम हैं जिन्हें पहली महिला सुपरस्टार के नाम से जाना जाता था. एक दौर था जब उनके साथ काम करने की इच्छा रखने वाले एक्टर्स उनकी डेट्स के लिए महीनों इंतजार किया करते थे... और किसी भी फिल्म के साथ श्रीदेवी का नाम जुड़ जाने से फिल्म सुपरहिट हो जाया करती थी.


लेकिन फिल्म इंडस्ट्री का ये चमकता सितारा एक हादसे का शिकार हुआ और इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह गया. वो 24 फरवरी की रात थी जब श्रीदेवी दुबई के होटल में अपने पति बोनी कपूर के साथ डिनर पर जाने के लिए तैयार हो रही थी. पति बोनी भी अपनी पत्नी के साथ कुछ वक्त बिताना चाहते थे. लेकिन न जाने कैसे क्या हुआ और कैसे श्रीदेवी उस हादसे का शिकार हुईं.


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पति बोनी कमरे में बाहर बैठे श्रीदेवी का इंतजार कर रहे थे और श्रीदेवी बाथरूम में नहाने गईं थी वहीं दर्घटनावश उनका पैर फिसला और पानी से भरे बाथटब में डूबने से उनकी मौत हो गई. जब तक बोनी कपूर कुछ समझ पाते या कर पाते तब तक श्रीदेवी इस दुनिया से हमेशा के लिए जा चुंकी थी.


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24 फरवरी की देर रात या यूं कहें 25 फरवरी के तड़के ये खबर मीडिया में बाहर आई की श्रीदेवी की दुबई में मौत हो गई. इस खबर ने सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि पूरे देश को सकते में डाल दिया. किसी के लिए भी ये यकीन कर पाना बेहद मुश्किल था कि हिंदी सिनेमा की पहली महिला सुपरस्टार की यूं अचानक बाथटब में डूबने से मौत हो गई.


आखिर दुबई में क्यों थी श्रीदेवी


जिस समय श्रीदेवी के साथ ये हादसा हुई उस वक्त वो दुबई एक होटल में थीं और उनके साथ उनके पति बोनी कपूर मौजूद थे. लेकिन सवाल ये है कि आखिर वो वहां गईं क्यों थी? तो हम आपको बता दें कि श्रीदेवी अपने भांजे मोहित मारवाह की शादी में शरीक होने के लिए पूरे परिवार के साथ दुबई गई थी. शादी के बाद पूरा परिवार मुंबई लौट आया था लेकिन श्रीदेवी वहीं रुक गई थी. बताया जा रहा था कि श्रीदेवी शादी के बाद बहुत थक गई थी और वो थोड़ा आराम करने के बाद बेटी जाह्नवी के लिए शॉपिंग करना चाह रही थी.


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इसे लेकर खुद बोनी ने उनकी मौत के बाद एक इंटरव्यू में बताया था, 'श्रीदेवी ने अपने फोन में शॉपिंग की सारी लिस्ट रखी हुई थी.शादी में इतना ज्यादा इंजॉय करने के बाद श्रीदेवी बहुत थकीं हुई थी और 22 और 23 फरवरी को उन्होंने अपने रूम में आराम किया और कुछ दोस्तों के वक्त बिताया, थोड़ी चैटिंग की. लेजीनेस का आलम ये था कि उन्होंने बोनी कपूर को भारत लौटने की टिकट्स भी बदलवा दिए थे.''


दुबई से भारत आने में लगा था समय


श्रीदेवी की मौत दुबई के एक होटल में हुई थी. किसी के लिए भी इस बात को हजम कर पाना मुश्किल था कि एक सुपरस्टार की मौत बाथटब में डूबने से हो गई . ऐसे में शक की सुई बोनी कपूर की ओर घूमने लगी, क्योंकि जिस समय श्रीदेवी की मौत हुई केवल बोनी ही वहां मौजूद थे. लेकिन जांच के बाद उन्हें भारत आने की अनुमति दे दी गई थी.



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श्रीदेवी एक सुपरस्टार थीं और उनकी मौत भी दुबई में हुईं थी जिसके चलते कानूनी कार्रवाई और पोस्टपार्टम के बाद ही उनके पार्थिव शरीर तो परिजनों को सौंपा गया. पुलिस ने अपनी जांच में ये साफ कर दिया था कि श्रीदेवी की मौत बाथटब में डूबने से हुई थी और उनके सिर पर चोट के निशान भी मिले थे. शुरुआती रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि हार्टअटैक के चलते उनकी मौत हुई है लेकिन बाद में दुबई पुलिस वे इस थ्योरी को नकार दिया था. तमाम जांच के बाद 27 फरवरी को श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को भारत आने देने की अनुमति दी गई. देर रात करीब अर्जुन कपूर और बोनी कपूर दिवंगत एक्ट्रेस श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को लेकर मुंबई पहुंचे थे.


श्रीदेवी की इच्छानुसार निकाली गई उनकी अंतिम यात्रा


कपूर खानदान अपने परिवार का एक सदस्य और सिनेमा अपने आसमान का एक चमकता सितारा खो चुका था. लेकिन पति बोनी कपूर अपनी पत्नी की आखिरी इच्छा पूरा करना चाहते थे और उनकी अंतिम यात्रा की तैयारी उन्होंने ठीक वैसे ही की थी जैसा श्रीदेवी चाहती थी.



एक बार यूं ही बातों बातों में श्रीदेवी ने बोनी से कहा था कि जब कभी मैं मर जाउं तो मेरी अंतिम विदाई में सफेद फूलों का इस्तेमाल किया जाए और बोनी ने किया भी ठीक वैसा. श्रीदेवी को सुर्ख लाल जोड़े में सजाया गया था और उनकी अंतिम विदाई के लिए और प्रेयर मीट के लिए सफेद फूलों का इस्तेमाल किया गया था. बताया जाता है कि श्रीदेवी को सफेद रंग बहुत पसंद था.


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श्रीदेवी की अंतिम विदाई राजकीय सम्मान यानी गार्ड ऑफ़ ऑनर के साथ की गई थी. श्रीदेवी को पद्म श्री सम्मान मिलने के चलते उनके अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान के साथ पूरा किया गया. मुंबई पुलिस के जवानों ने श्रीदेवी के पार्थिव शरीर के सामने गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया था.



अंतिम संस्कार से पहले श्रीदेवी की अंतिम तस्वीर

विले पार्ल के श्मशान भूमि में श्रीदेवी का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान कई लोग वहां मौजूद थे. श्रीदेवी के अंतिम संस्कार के लिए विशेष तौर पर तमिलनाडु से पंडित बुलवाए गए थे. श्रीदेवी को मुखाग्नि उनके पति बोनी कपूर ने दी. इस दौरान पूरा परिवार श्मशान घाट में मौजूद था. इसके बाद श्रीदेवी की अस्थियों को हरिद्वार और रामेश्वरम में विसरजित किया गया.