लीजेंड सिंगर लता मंगेशकर के 90वें जन्मदिन के अवसर पर महानायक अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र ने खास अंदाज में शुभकमाएं दी हैं. इन लीजेंड स्टार्स ने सोशल मीडिया पर उनके लिए एक स्पेशल वीडियो मैसेज साझा कर भारतीय फिल्म संगीत में उनके योगदान को याद किया है.


इस वीडियो के कैप्शन में बिग बी ने लिखा, "लता जी के 90वें जन्मदिन पर, गहरे सम्मान और श्रद्धा के साथ मेरी संवेदनाएं और मेरी भावनाएं." सात मिनट के इस वीडियो में अमिताभ को लता मंगेशकर की उपलब्धियों की सराहना करते और उनके लिए उनके मन में कितना सम्मान है, यह कहते देखा जा सकता है.


अमिताभ ने कहा, "लता जी जीवन में कई रिश्ते ऐसे होते हैं जिनका कोई हिसाब नहीं होता..ना देने वाले जानते हैं क्या-क्या दिया और न लेने वाले जानते हैं क्या-क्या लिया..ना कोई तोल होता है, ना गिनती होती है..ऐसे रिश्ते जिनमें केवल प्रेम और श्रद्धा होती है, इन रिश्तों की संख्याएं नहीं होती, इन रिश्तों का कोई स्वरूप नहीं होता..ये रिश्ते अपनी परिभाषा स्वयं करते हैं. ऐसे ही एक रिश्ते का नाम है लता दीनानाथ मंगेशकर."





उन्होंने आगे कहा, "आपका गाना सुनके ऐसा लगता है कि मन अपने आप बंद कमरे से निकल के आपकी आवाज के साथ चल रहा है और फिर लौट के उसी धुन में रहता है. लता जी आपके सुरों के बिना संगीत अधूरा है." लता मंगेशकर ने अमिताभ बच्चन की कई फिल्मों के गानों को अपनी आवाज दी है जिनमें 'अभिमान', 'जंजीर' और 'सिलसिला' शामिल है.



सिर्फ अमिताभ बच्चन ही नहीं धर्मेंद्र ने भी लता मंगेशकर को खास अंदाज में जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं. धर्मेंद्र ने भी एक भावुक वीडियो शेयर की इस वीडियो में धमेंर्द्र कहते दिख रहे हैं, हमारी प्यारी-प्यारी लता जी दुनियाभर की प्यारी हैं.उनकी आवाज और मीठे बोल दिल में उतर जाते हैं. उन्होंने कहा कि आज भले ही लता जी 90 साल की हो गईं लेकिन उन्हें वो आज भी 9 साल की गुड़िया जैसी लगती हैं. धर्मेंद्र ने लता मंगेशकर के लिए एक खूबसूरत शेयर भी अर्ज किया..


रूह में उतर जाती है वाणी इनकी
मन मोह लेते हैं मीठे बोल इनके
इनकी जुबां से झड़ते फूलों की खूशबू से मुअत्तर है फिजा भी
खुशनसीब हूं दोस्तों, बड़ी खुशनसीबी से नसीब हुई है सोहबत इनकी






आपको बता दें कि लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर, 1929 में एक मध्यम वर्गीय मराठा परिवार में हुआ. पांच साल की उम्र से ही उन्होंने गाना शुरू किया था. पिता दीनानाथ मंगेशकर ही उनके गुरु थे. पिता नहीं चाहते थे कि लता फिल्मों में गाएं. लेकिन सब कुछ ऐसा नहीं हुआ जैसा उन्होंने सोचा था. उनके निधन के बाद लता के ऊपर घर की पूरी जिम्मेदारी आ गई. इसके बाद घर में बड़ी होने के नाते उन्होंने इसी से अपनी जीविका कमाना शुरू कर दिया. उस दौर में शुरू हुआ ये सफर अभी भी जारी है.


(इनपुट- एजेंसी)