Lata Mangeshkar Special: 'हमारे पास एक चांद है, एक सूरज है और एक लता मंगेशकर हैं', जानिए दिग्गजों ने स्वर कोकिला की तारीफ क्या-क्या कहा
एक वक्त ऐसा था जब सितारे इस शर्त पर फिल्में साइन करते थे कि लता उन्हें आवाज देंगी. आज उनके 92वें जन्मदिन पर आपको याद दिलाते हैं कि हिंदी सिनेमा के दिग्गजों ने किस तरह लता की गायिकी की तारीफ की.
हमारे पास एक चांद है,
एक सूरज है और
एक लता मंगेशकर हैं...
लता मंगेशकर के बारे में कही जावेद अख्तर की इस बात से कौन इत्तेफाक नहीं रखना चाहेगा. लता मंगेशकर सिर्फ आवाज नहीं हैं वो एक एहसास हैं, जिन्हें हर सुनने वाला महसूस करता है. 'सुर सामाज्ञी' लता को लेकर लोग कहते हैं कि उनके गले में खुद सरस्वती का वास है. आम से लेकर खास तक हर कोई उनकी आवाज का कायल है.
फिल्मी सितारों में उनकी सुर की दीवानगी ऐसी रही कि एक वक्त बॉलीवुड के मशहूर सितारे भी फिल्में साइन इस शर्त पर करते थे कि लता उन्हें आवाज देंगी. आज लता मंगेशकर का 92वां जन्मदिन है. आज इस खास मौके पर आपको याद दिलाते हैं कि हिंदी सिनेमा के दिग्गजों ने किस तरह लता की गायिकी की तारीफ की-
लता मंगेशकर ने एक से बढ़कर एक संगीतकारों के साथ काम किया. चाहें मास्टर गुलाम हैदर हों या फिर नौशाद, शंकर जय किशन की जोड़ी हो या फिर मदन मोहन की. सलील, लक्ष्मीकांत प्यारे लाल और आरडी वर्मन के साथ उन्होंने खूब गाने गाए.
नौशाद जिनके संगीत पर लता ने 'मदर इंडिया', 'मुगले आजम' जैसी बहुत सारी फिल्मों में गाने गाए, उन्होंने लता मंगेशकर की तारीफ में लिखा था-
राहों में तेरे नग्मे, महफिल में सदा तेरी,
करती है सभी दुनिया तारीफ लता तेरी,
दीवाने तेरे फन के इन्सां तो फिर इन्सां हैं,
हद यह है कि सुनता है आवाज खुदा तेरी,
तुझे नग्मों की जां एहले-नज़र यूं ही नहीं कहते,
तेरे गीतों को दिल का हमसफर यूं ही नहीं कहते
सुनी सबने मोहब्बत की जबां आवाज में तेरी,
धड़कता है दिल-ए-हिन्दोस्तां आवाज में तेरी!
1977 में फिल्म 'किनारा' में लता मंगेशकर के लिए एक गाना लिखा गया. आज जब भी लता का नाम आता है उस गाने का जिक्र जरुर होता है- 'मेरी आवाज ही पहचान है'. 'नाम गुम जाएगा' टाइटल का ये गाना लता के लिए गुलजार ने लिखा. गुलजार उनकी गायिकी की तारीफ में कहते हैं, ''लता की आवाज हमारे देश का एक सांस्कृतिक तथ्य है, जो हम पर हर दिन उजागर होता है. उनकी मधुर आवाज सुने बगैर शाम नहीं ढलती- सिवा की आप बाधिर ना हों.''
एक बार जावेद अख्तर से जब पूछा गया कि हिंदी सिनेमा में ऐसा कौन सा सिंगर है जो उनके गाने को बेहतर ढंग से नुमाया कर पाता है? तो उन्होंने लता मंगेशकर का नाम लिया. उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया था कि ''माटी रे माटी' गाने को उन्होंने जिस तरह से गाया उसे सुनकर आप उनकी थकान को महसूस करत सकते हैं, वाकई ऐसा लगता है कि ये शख्स ज़िंदगी से आजिज आ चुका है.''
नरगिस से लेकर मधुबाला और रेखा जैसी अभिनेत्रियों के लिए लता ने बहुत सारे गाने गाए. 'दुनिया में हम आएं हैं तो' (मदर इंडिया), 'जिया बेकरार है' (बरसात) और 'एक बेवफा से प्यार किया' (आवारा) जैसी बहुत सी फिल्मों में लता नरगित दत्त की आवाज बनीं.
नरगिस कहती थीं कि लता के गाए गीतों पर रोने के लिए उन्हें ग्लिसरीन का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता था. उनकी गायिकी की तारीफ में नरगिस ने कहा था, ''उनकी आवाज सुनने के बाद कुछ ऐसा आलमतारी हो जाता है जिसे बयां करना बड़ा मुश्किल होता है. यूं समझिए जैसे कोई दरगाह या मंदिर में जाए तो वहां पहुंचकर इबादत में खुद-ब-खुद सिर झुक जाता है और आँखों से बेसाख्ता आंसू बहने लगते हैं.''
वहीं, अभिनेत्री मधुबाला को तो लता की आवास इस कदर भा गई थी कि वो अपने कॉन्ट्रैक्ट में ही लिखता लेती थीं कि उनके ऊपर फिल्माए जाने वाले गीत लता ही गाएं. ये बात खुद एक इंटरव्यू में लता मंगेशकर ने बताई थी. लता ने 'गुजरा हुआ जमाना' (शीरीन फरहाद) और 'मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोए' (मुगले-आजम) जैसे कई गाने मधुबाला के लिए गाए.
सुलक्षणा पंडित पर तो लता के सुर का ऐसा जादू चढ़ा था कि उन्होंने एक बार तो यहां तक कह दिया कि अगर वो लड़का होतीं तो लता से शादी कर लेतीं.
'सिलसिला' जैसी कई फिल्मों में लता ने रेखा को आवाज दी. रेखा ने उनकी गायिकी की तारीफ में कहा था, ''लता मंगेशकर एक एहसास हैं जिन्हें महसूस किया जा सकता है, बयां नहीं.''
सरोदवादक अमजद अली खान ने कहा था,''अगर ताज महल दुनिया का सांतवा अजूबा है तो फिर लता मंगेश्कर को आठवा अजूबा मानना पड़ेगा.''
वो दौर भी था जब फिल्में चलें या ना चलें लता के गानों से मेकर्स अच्छी कमाई कर लेते थे. तभी तो निर्माता ओम प्रकाश मेहरा ने कहा था कि ''मिस मेरी', 'गेटवे ऑफ इंडिया' से लेकर 'जहां आरा' तक की फिल्मों के प्रोडक्शन में से जितने पैसे नहीं मिले, उसे ज्यादा पैसे इन फिल्मों में लताजी के गाए गीतों की रॉयल्टी से मिले.''
उन्होंने लता मंगेशकर की लंबी उम्र को लेकर एक बार ये भी कहा था, ''हे ईश्वर! दुनिया में जितने लोग हैं उनकी ज़िंदगी से तु एक सेकेंड कम कर दे और लता जी की जिंदगी में जोड़ दे.''
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