Lata Mangeshkar Last days on ventilator: स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) किसी परिचय के मोहताज नहीं, उनकी अंतिम विदाई भी ऐसे निकली कि देखने वालों की आंखें नम हो गई. बॉलीवुड की नामी चेहरों से लेकर देश के प्रधानमंत्री मोदी तक उनको अंतिम अलविदा कहने आए. उनकी मधुर आवाज की धुन आज भी लोगों के कानों में खनक रही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अपने आखिरी वक्त में लता मंगेशकर किस के गाने सुन रही थीं...अपने आखिरी वक्त में किसके गाने सुनने के लिए उन्होंने ईयरफोन मंगवाए थे. अगर नहीं तो इस रिपोर्ट में पढ़िए लता दीदी ने आख़िरी वक्त में किसकी आवाज़ सुन अपने अंतिम दिल निकाले.


लता दीदी के निधन का दुख जाहिर करते हुए वॉइसओवर आर्टिस्ट हरीश भिमानी ने बताया कि अपने अंतिम दिनों में पीता दीनानाथ मंगेशकर को लता जी याद कर रही थीं. अपने आखिरी दिनों में लता जी ने अपने पिता की रिकॉर्डिंग सुनने के लिए इयरफोन मंगवाए थे.अपने इंटरव्यू में हरीश ने बताया कि हे लता जी के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने उन्हें बताया की अपने अंतिम दिनों में अपने पिता के गाने गुनगुनाने की कोशिश कर रही थी लता जी. उन्हें डॉक्टर ने मास्क हटाने के लिए मना किया था, लेकिन फिर भी मास्क हटाकर अपने पिता की तरह गाना गाने की कोशिश कर रही थी. अपने पिता को अपना गुरु मानती थी लता जी.




क्या आप जानते हैं कि जिस लता मंगेशकर की सुरीली आवाज सुनने के लिए दुनिया दीवानी हुई फिरती है, वही आवाज सुनने से लता जी घबराती हैं.आपको बता दें कि लता मंगेशकर 8 जनवरी को कोरोना वायरस से संक्रमित हो गई थीं. उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां कई दिनों तक इलाज चलने के बाद उनकी तबीयत में सुधार हो गया था. मगर शनिवार को फिर तबीयत खराब होने की वजह से वह वेंटिलेटर पर चली गई थीं.  जिसके बाद आज लता दीदी ने हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह दिया. 


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