Lata Mangeshkar Radha Mangeshkar: स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) भले ही अब हमारे बीच नहीं रही हैं, लेकिन उनके सुर लोगों के ज़हन में हमेशा अमर रहेंगे. लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने जीवन भर अपने परिवार का हमेशा ध्यान रखा है. स्वर सम्राज्ञी बनने तक के इस सफर में लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने काफी स्ट्रगल भी किए हैं. 13 साल की छोटी सी उम्र से ही उन्होंने अपने भाई-बहनों की जिम्मेदारी निभाते हुए उनके ध्यान रखा है. इतना ही नहीं लता मंगेशकर की तीसरी पीढ़ी भी उन्हीं की तरह संगीत साधना में खुद को समर्पित कर चुकी हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनके परिवाऱ की ये सदस्य आखिर है कौन?
ये और कोई नहीं बल्कि लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की भतीजी राधा मंगेशकर (Radha Mangeshkar) हैं. राधा उनके भाई हृदयनाथ मंगेशकर की बेटी है. कहा जाता है कि लता मंगेशकर उनसे बेहद करीब थी. राधा अपनी बुआ लता मंगेशकर के साथ ज्यादा समय व्यतीत करती थीं और अपनी बुआ की तरह ही स्वरों की मल्लिका है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राधा एक स्टेज परफॉर्मर हैं. राधा मंगेशकर ने 7 साल की छोटी सी उम्र में ही अपने संगीत सफर की शुरुआत कर दी थी. इसके बाद से राधा ने अपने पिता हृदयनाथ के साथ स्टेज पर गाना शुरू कर दिया था. राधा ने हिंदी के अलावा मराठी और बंगाली में भी गाया है.
पिता के साथ भाव सरगम गाते-गाते राधा कब एक फेमस सोलो स्टेज आर्टिस्ट बन गईं पता ही नहीं चला. राधा ने न सिर्फ देश बल्कि विदेशों में भी अपने परफॉर्मेंस दिए हैं. राधा मंगेशकर का साल 2009 में एक म्यूजक एलबम लॉन्च हुआ था, जिसे खुद लता मंगेशकर ने लॉन्च किया था. इस एलबम का नाम 'नव मझे शमी' था.