सांस में लेने की तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती लता मंगेशकर की हालत स्थिर, इलाज जारी
सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद यहां के एक अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की तबीयत में ‘मामूली सुधार’ हुआ लेकिन उनकी स्थिति अब भी नाजुक बनी हुई है.
सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद यहां के एक अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की तबीयत में ‘मामूली सुधार’ हुआ लेकिन उनकी स्थिति अब भी नाजुक बनी हुई है. अस्पताल के सूत्रों ने यह जानकारी दी.
90 वर्षीय लता मंगेशकर को सोमवार तड़के ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था. डॉक्टर पतित समधानी उनका उपचार कर रहे हैं. अस्पताल से जुड़े एक सूत्र ने बताया,‘‘उनकी तबियत में मामूली सुधार हुआ है लेकिन हालत गंभीर है.’’
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वहीं, लता की पीआर टीम ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि उनकी हालत ‘स्थिर’ है. बयान में कहा गया,‘‘ उनके पैरामीटर्स अच्छे हैं. सच कहें तो उन्होंने बहुत ही अच्छी लड़ाई लड़ी और वह उबर रही हैं. एक गायिका होने की वजह से उनके फेफड़ों की क्षमता ने मददगार रही है. वह सच में एक योद्धा हैं. जब लता जी को अस्पताल से छुट्टी मिलेगी और वह घर वापस आएंगी तो हम सब को इसकी जानकारी देंगे. (हम) अनुरोध करते हैं कि हम फिलहाल उनके परिवार को वह दें जिसका वह हकदार है.’’
सांस लेने में तकलीफ़ के चलते लता मंगेशकर को ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया
इसके अलावा फिल्म इंडस्ट्री से हेमा मालिनी ने लिए भी उनके लिए चिंता जाहिर की थी. हेमा मालिनी ने ट्वीट किया, ''लता मंगेशकर जो कि इस समय अस्पताल में भर्ती हैं, रिपोर्ट्स का कहना है कि उनकी हालात काफी क्रिटिकल है. ईश्वर उन्हें हिम्मत दें ताकी वो इस मुश्किल समय से बाहर निकल आएं और हमारे बीच यूं हीं रहें. भारत रत्न लता जी के लिए पूरा देश प्रार्थना कर रहा है. भारत की स्वरकोकिला.''
हिंदी, क्षेत्रीय और विदेशी भाषाओं में हजारों गीतों को अपनी आवाज दे चुकीं लता मंगेशकर ने इस वर्ष अपना आखिरी गीत ‘‘सौगंध मुझे इस मिट्टी की’’ रिकॉर्ड किया था जो 30 मार्च को रिलीज हुआ था. उन्हें 2001 में सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया गया था.