मुंबई: हर किसी की ज़िन्दगी में पहले प्यार की एक दिलचस्पी कहानी होती है, बस माहौल और परिस्थितियां अलग-अलग होती हैं. 'लवयत्री' एक टिपिकल लव स्टोरी है जिसे वडोदरा के एक साधारण परिवार के लड़के और लंदन की एक अमीर लड़की के बीच बुना गया है. नवरात्री के नौ दिन में हुई सुसु यानि सुश्रुत और मिशैल यानि मनीषा (वरिना हुसैन) की दोस्ती... गरबा बना मिलने का बहाना और फिर प्यार का हुआ एहसास... मगर अपने प्यार के इज़हार के लिए सुसु को जाना पड़ा सात समंदर पार लंदन... यहां हीरो बना थोड़ी गलतफहमी का शिकार... मिशैल के पिता (रोनित रॉय) से हुई हैसियत में फर्क की लड़ाई और फिर अंत में प्यार कि जीत...


Filmy Friday: आज सिनेमाघरों में रिलीज हो रही हैं 'लवयात्री' और 'अंधाधुन' समेत चार फिल्में


कुछ खास बातें




  • आयुष शर्मा को परदे पर लाने के लिए सलमान खान ने उन्हें 4 साल इंतज़ार करवाया था ताकि वह प्रोफेशन की बारीकियां सीख जाएं. ऐसे में वाकई आयुष परदे पर बेहद सहेज और कॉन्फिडेंट दिखे. उन्हें देख कर नहीं लगा की यह उनकी पहली फ़िल्म है. डायलॉग डिलीवरी हो या नाच गाना, यह हुनर तो उन्होंने सीख लिया है, शुरुआत अच्छी है.

  • वरिना हुसैन को देख कटरीना और जैक्लीन के शुरूआती दिनों की याद आ गयी. वरिना काफी मासूम और खूबसूरत दिख रही हैं और रोल को अच्छी तरह निभाया है. वरिना की हिंदी काफी अच्छी है. वरिना इससे पहले एक ऐड फ़िल्म में आ चुकी है और 'लवयात्री' उनकी पहली फ़िल्म है.

  • टेलीविज़न के दुनियां के दो महारथी राम कपूर और रोनित रॉय अहम भूमिकाओं में हैं.

  • फ़िल्म की जान है इसके गाने और गरबा, जो लोगों के लिए इस साल नवरात्री का उपहार होगा.

  • माइनस पॉइंट है फ़िल्म की लम्बाई और कहानी का जल्दी आगे नहीं बढ़ना कहीं कहीं बोर करती है. रोनित रॉय का अभिनय सबसे अच्छा है ऐसे में उनका स्क्रीनस्पेस काम लगता है.




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