मधुबाला और दिलीप कुमार नहीं थे 'मुगल-ए-आजम' के लिए पहली पसंद, पहले इन सेलेब्स को किया गया था कास्ट
Mughal-E-Azam: 'मुगल-ए-आजम' में पृथ्वीराज कपूर, दिलीप कुमार और मधुबाला ने अहम रोल निभाया था. लेकिन ये तीनों ही दिग्गज इस फिल्म के लिए पहली पसंद नहीं थे.
Mughal-E-Azam: मुगल-ए-आजम हिंदी सिनेमा के इतिहास की बेहतरीन फिल्मों में से एक है. 60 के दशक की शुरुआत में आई यह फिल्म आज 6 दशक के बाद भी चर्चा में रहती है. इसमें हिंदी सिनेमा के तीन दिग्गज कलाकार पृथ्वीराज कपूर, दिलीप कुमार और मधुबाला ने काम किया था. लेकिन ये तीनों इस फिल्म के लिए पहली पसंद नहीं थे.
पृथ्वीराज कपूर, दिलीप कुमार और मधुबाला ने अपने बेहतरीन काम से दर्शकों का दिल जीत लिया था. लेकिन ये तीनों ही इस फिल्म में नजर नहीं आने वाले थे. तीनों को यह फिल्म मिलने का किस्सा बड़ा फिल्मी है. मेकर्स पहले तीन दूसरे कलाकारों के साथ काम करने वाले थे.
इन सितारों को किया गया था कास्ट
'मुगल-ए-आजम' साल 1960 में रिलीज हुई थी. लेकिन इस पर साल 1944 में ही काम शुरू हो गया था. डीके सप्रू, चंद्र मोहन और नरगिस को इस फिल्म के लिए लिया गया था. साल 1946 में बॉम्बे टॉकीज स्टूडियो में फिल्म की शूटिंग शुरू हुई थी. तब इसके प्रोड्यूसर शिराज अली हकीम थे. लेकिन साल 1947 में जब भारत का बंटवारा हुआ था तब वे पाकिस्तान चले गए थे. ऐसे में पैसे के मामले में डायरेक्टर के आसिफ अकेले पड़ गए थे. फिर साल 1949 में चंद्र मोहन का निधन हो गया.
कैसे हुई पृथ्वीराज, दिलीप और मधुबाला की एंट्री
चंद्र मोहन के निधन के बाद उनकी जगह के आसिफ ने पृथ्वीराज कपूर को कास्ट किया. पृथ्वीराज कपूर ने 'मुगल ए-आजम' में अकबर की भूमिका निभाई थी. वहीं शुरू से ही आसिफ चाहते थे कि दिलीप कुमार सलीम का किरदार करें. बाद में उन्होंने दिलीप कुमार को सलीम के रोल के लिए कास्ट कर लिया.
दूसरी ओर नरगिस ने इस फिल्म से किनारा कर लिया. नरगिस जो कि पहले अनारकली के रोल के लिए कास्ट की गई थीं उन्होंने दिलीप कुमार के कारण फिल्म छोड़ दी थी. दरअसल दोनों के बीच किसी फिल्म के दौरान मतभेद हो गए थे. ऐसे में नरगिस दिलीप संग काम नहीं करना चाहती थीं. फिर उनकी जगह अनारकली के रोल के लिए मेकर्स ने मधुबाला को लिया.
डेढ़ करोड़ रूपये बजट, 10 करोड़ से ज्यादा कमाई
आज से 64 साल पहले रिलीज हुई 'मुगल-ए-आजम' को बनने में कई साल लग गए थे. साल 1950 की शुरुआत में इस पर ठीक से काम शुरू हुआ और साल 1960 में फिल्म रिलीज हुई. फिल्म का बजट डेढ़ करोड़ रूपये था. यह उस समय के हिसाब से बहुद बड़ी रकम थी. लेकिन फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया था. इसने वर्ल्डवाइड 10.8 करोड़ रुपये कमाए थे.