मनसे का आरोप- PM की बॉयोपिक को दी गई विशेष छूट, CBFS अध्यक्ष प्रसून जोशी दें इस्तीफा
पीएम मोदी के जीवन पर आधारित फिल्म को लेकर नित नए विवाद सामने आ रहे हैं. इस बार महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने इस फिल्म को लेकर CBFS अध्यक्ष प्रसून जोशी पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है और उनसे इस्तीफे की मांग की है.
मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर बन रही बॉयोपिक को लेकर चल रहे विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने इस फिल्म को लेकर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के अध्यक्ष प्रसून जोशी के इस्तीफे की मांग की है. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर के अनुसार मनसे ने आरोप लगाया है कि सीबीएफसी अध्यक्ष प्रसून जोशी ने प्रधानमंत्री को खुश करने के लिए इस फिल्म के निर्माताओं को स्पेशल छूट दी है.
महाराष्ट्र नवनिर्माण चित्रपट कर्मचारी सेना के अध्यक्ष अमेय खोपकर ने एक बयान में कहा, "नियम के अनुसार, निर्माताओं को फिल्म रिलीज की तारीख से 58 दिन पहले फिल्म की अंतिम कॉपी सेंसर बोर्ड को देनी होती है. तो फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक को विशेष छूट क्यों दी गई?"
खोपकर ने कहा, "बोर्ड बायोपिक को प्रमाणन देने के लिए अपने ही बनाए हुए नियमों से हट गया. हम सेंसर बोर्ड की निंदा करते हैं, जो सरकार को खुश करने के लिए अपने ही नियमों से हट गया. प्रसून जोशी को अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए."
बता दें कि ट्रेलर रिलीज के साथ ही इस फिल्म को लेकर विवाद भी हो रहा है. लोकसभा चुनाव से पहले इस फिल्म की रिलीज पर विरोधी पार्टियां रोक चाहती हैं. बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने रिलीज पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था. बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस पर याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि चुनाव आयोग इन मुद्दों से निपट सकता है. लोकसभा चुनाव के लिए सात चरणों का मतदान 11 अप्रैल से शुरू होगा, और इसी दिन ये फिल्म रिलीज होने वाली है.
कांग्रेस में शामिल होने के बाद शत्रुघन सिन्हा बोले- बीजेपी वन मैन शो, टू मैन आर्मी बन गई है