Mahesh Babu Unknown Facts: दक्षिण सिनेमा के बेहतरीन कलाकारों का जिक्र हो तो महेश बाबू का नाम जरूर लिया जाता है. आलम यह है कि वह तो प्रिंस ऑफ टॉलीवुड के नाम से भी मशहूर हैं. सिर्फ साउथ ही नहीं, बल्कि नॉर्थ इंडिया में भी उनकी फैन फॉलोइंग कम नहीं है. दरअसल, आज महेश बाबू का बर्थडे है तो आइए हम आपको उनकी जिंदगी के चंद किस्सों से रूबरू कराते हैं. 


बचपन से मिला सिनेमा का साथ


9 अगस्त 1975 के दिन चेन्नई में जन्मे महेश बाबू किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. उन्होंने बचपन से ही घर में सिनेमा का माहौल देखा, क्योंकि उनके पिता साउथ इंडस्ट्री के मशहूर एक्टर-प्रोड्यूसर और डायरेक्टर शिवा राम कृष्णा घट्टामनेनी है. यही वजह रही कि महेश बाबू ने सिनेमा की दुनिया में उस वक्त ही कदम रख दिया था, जब वह महज चार साल के थे. 


नौ साल तक फिल्मों से बना ली थी दूरी


महेश बाबू ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपने करियर की शुरुआत फिल्म 'नीडा' से की थी. इसके बाद उन्होंने एक-दो नहीं, बल्कि नौ फिल्मों में काम किया और अपने अभिनय की धाक जमा दी. इसके बाद उन्होंने अपने पिता के कहने पर अपना ध्यान पढ़ाई-लिखाई में लगा लिया और करीब नौ साल तक फिल्मों से दूरी बनाए रखी. 


नानी के घर में गुजरा बचपन


सिनेमा से दूरी बनाने के बाद महेश बाबू अपनी नानी के घर चले गए. उनका बचपन यहीं गुजरा, जिसके बाद उन्होंने चेन्नई के लोयोला कॉलेज से कॉमर्स में ग्रैजुएशन किया. वहीं, एक्टिंग की ट्रेनिंग उन्होंने निर्देशक एल सत्यानंद से ली और अभिनय की ऐसी तालीम हासिल की कि कोई भी उनका मुकाबला नहीं कर पाता है. 


रटकर याद करते हैं डायलॉग्स


अपने अभिनय से महेश बाबू ने भले ही लाखों फैंस बनाए हैं, लेकिन आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि उन्हें तेलुगू पढ़नी और लिखनी नहीं आती. ऐसे में वह अपने डायलॉग्स रटकर याद करते हैं. बता दें कि महेश बाबू अब तक आठ नंदी अवॉर्ड, पांच फिल्मफेयर साउथ अवॉर्ड, चार साउथ इंडियन इंटरनेशनल मूवी अवॉर्ड, तीन सिनेमा अवॉर्ड और एक आईफा उत्सव अवॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं.


'Gadar' और 'OMG' 2 से पहले भी एक साथ पर्दे पर रिलीज हो चुकी है सनी देओल और अक्षय कुमार की फिल्म, इस मूवी ने की थी रिकॉर्ड तोड़ कमाई