Maidaan Makers Break Silence On Syed Abdul Rahim Family Allegations: बॉलीवुड सुपरस्टार अजय देवगन की इस साल रिलीज हुई फिल्म 'मैदान' में उन्होंने फुटबॉल कोच सैयद अब्दुल रहीम का किरदार निभाया था. अब मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि मैदान के मेकर्स ने सैयद अब्दुल रहीम के परिवार को रॉयल्टी का भुगतान नहीं किया है जैसा कि उन्होंने वादा किया था.


बताया जा रहा है कि इस मामले के लिए सैयद की फैमिली हाल ही में तेलंगाना सरकार से मिली और आपबीती सुनाई. कहा गया कि अजय देवगन और मेकर्स के खिलाफ 'धोखाधड़ी' के लिए केस तक दर्ज हो सकता है. हालांकि अब मैदान के प्रोड्यूसर बोनी कपूर के बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी की तरफ से इस मामले में ऑफिशियल बयान जारी कर इस तरह के दावों को खारिज किया गया है.


आरोप पूरी तरह से गलत है


बोनी कपूर के बेव्यू प्रोजेक्ट्स ने बताया है कि इस तरह के सभी आरोप पूरे तरह से गलत है. बेव्यू प्रोजेक्ट्स के मुताबिक, 'प्रोड्यूसर्स कानून के तहत किसी भी अनुमति/सहमति को प्राप्त करने के लिए बाध्य नहीं थे, लेकिन रहीम के उत्तराधिकारियों ने अच्छे विश्वास में, 29 जनवरी 2020 की सहमति शर्तों में दर्ज नियमों और शर्तों पर वारिसों के साथ सौहार्दपूर्ण ढंग से मामले को सुलझा लिया. बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी सहमति शर्तों का पालन कर रहा है और वास्तव में सभी कानूनी उत्तराधिकारियों ने सहमति शर्तों के साथ बेव्यू के अनुपालन की पुष्टि की है और फिल्म के प्रतिपूरा समर्थन जताया है और तारीफ की है. इसके अलावा प्रोड्यूसर्स ने स्क्वाड्रन के जीवन अधिकार भी प्राप्त कर लिए हैं.



लीडर. सैयद शाहिद हकीम (अब दिवंगत) और हकीम द्वारा अपनी पत्नी सादिया सैयदा और अपने परिवार के सदस्यों अर्थात् मोहम्मद अब्दुल समद और मोहम्मद शारिक दानियाल अख्तर को दिए गए निर्देशों के अनुसार, उन्होंने अपने जीवनकाल के दौरान इस पर विचार किया है. ऐसे में दिवंगत रहीम के उत्तराधिकारियों को रॉयल्टी का भुगतान न करने के संबंध में रिपोर्ट पढ़ना चौंकाने वाला है, और तब तो और भी अधिक जब भुगतान करने की कोई बाध्यता न हो. यह आरोप पूरी तरह से गलत है. 


आगे बताया गया कि, बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी को पुलिस या किसी राज्य प्राधिकरण से कोई नोटिस नहीं मिला है. यदि पुलिस या राज्य प्राधिकरण से कोई दावा/नोटिस प्राप्त होता है, तो बेव्यू अपने अधिकारों की रक्षा के लिए कानून के तहत जरुरी कार्रवाई करेगा. क्योंकि इसे कानूनी रूप से सलाह दी जाएगी. प्रेस और जनता से अपील की जाती है कि ऐसी गलत सूचनाओं की रिपोर्ट करते समय उचित सावधानी और जिम्मेदारी बरती जाए. रिपोर्ट किए गए लेखों ने बेव्यू, फिल्म और फिल्म से जुड़े सभी हितधारकों की प्रतिष्ठा को गंभीर चोट और पूर्वाग्रह पैदा किया है. यदि ऐसी रिपोर्टिंग जारी रहेगी तो प्रोड्यूसर को अपराधियों के खिलाफ मानहानि की कार्यवाही सहित उचित कार्रवाई शुरू करने के लिए मजबूर किया जाएगा.


बेव्यू प्रोजेक्ट्स के वकील ने क्या कहा?


इस मामले पर बेव्यू प्रोजेक्ट्स के वकील अमित नाइक ने कहा है कि, 'बेव्यू माननीय सिविल कोर्ट, हैदराबाद और सिकंदराबाद के समक्ष दायर 29 जनवरी 2020 की सहमति शर्तों के अनुपालन में है. सैयद अब्दुल रहीम के किसी भी कानूनी उत्तराधिकारी पर कोई बकाया नहीं है. पुलिस/राज्य प्राधिकारी द्वारा कोई नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है. यदि कोई दावा या नोटिस प्राप्त होता है, तो प्रोडक्शन हाउस अपने अधिकारों और प्रतिष्ठा की रक्षा और सुरक्षा के लिए कानून के अनुसार उससे निपटने के लिए सभी कदम उठाएगा.'


सैयद अब्दुल के परिवार ने भी दी सफाई


इस मामले पर सैयद अब्दुल रहीम के परिवार की तरफ से भी सफाई दी गई है. सैयद अब्दुल के परिवार ने मैदान के मेकर्स पर लग रहे आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि, बोनी कपूर, बेव्यू प्रोजेक्ट्स प्रोडक्शन हाउस और मैदान की टीम पर जो आरोप लग रही हैं वो फर्जी और झूठे हैं. मैदान फिल्म के बारे में सभी अफवाहों को खारिज किया जाता है. किसी भी तरह की पैसे से संबंधित जो बातें हैं वो झूठी है.


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