फिल्म - मलंग
स्टारकास्ट - आदित्य रॉय कपूर, अनिल कपूर, दिशा पाटनी, कुणाल खेमू और एली अवराम
निर्देशक - मोहित सूरी
रेटिंग - 2.5 (**1/2)
Movie Review Malang : इश्क और आशिकी से अपने दर्शकों के दिल में खास जगह बना चुके निर्देशक मोहित सूरी एक बार फिर ऐसी ही लव स्टोरी लेकर आए हैं फिल्म 'मलंग' के जरिए. निर्माताओं का कहना है कि ये फिल्म एक थ्रिलर है, लेकिन फिल्म में लव स्टोरी ज्यादा दिखाई दे रही है. बॉलीवुड में अगर हम अच्छी थ्रिलर्स की बात करें तो सिर्फ कुछ एक फिल्में ही याद आती हैं. इस फिल्म को भी एक्शन थ्रिलर से ज्यादा एक डाई हार्ट लव स्टोरी कहना ज्यादा बेहतर होगा. फिल्म में बड़ी स्टारकास्ट है, गाने हैं, एक्शन है, रोमांस है और साथ ही दो बेहद अहम सोशल मैसेज भी हैं. अगर आप भी इस फिल्म को देखने का मन बना रहे हैं तो देखने से पहले यहां पढ़ें इसका रिव्यू...
कहानी
मुख्यतौर पर इस फिल्म की कहानी एक रिवेंज स्टोरी है. ये कहानी गोवा की है जहां सारा (दिशा पाटनी) विदेश से आती हैं, जिदंगी को चखने के लिए. यहां सारा की मुलाकात अद्वेत (आदित्य रॉय कपूर) से होती है. दोनों साथ में कुछ वक्त बिताते हैं और एक दूसरे के करीब आने लगते हैं. इन दोनों को और करीब लेकर आती एली अवराम, जो कि बुरी तरह ड्रग एडिक्ट हैं. सारा और अद्वेत दोनों एली के दोस्त बन जाते हैं और एक दूसरे के काफी करीब आ जाते हैं. इसी बीच सारा प्रेग्नेंट हो जाती हैं, वहीं जिम्मेदारियों से डरता हुआ अद्वेत उसे अकेला छोड़ कर चला जाता है.
इसी बीच कहानी में एंट्री होती है दो पुलिसवालों की, अगस्ते (आनिल कपूर) और माइकल (कुणाल खेमू). अगस्ते एक ऐसा पुलिसवाला है जो खुद ही ड्रग्स के नश में रहता है और क्राइम की जगह क्रिमिनल्स को ही खत्म करना चाहता है. वहीं, दूसरी ओर माइकल पुलिस के स्पेशल सेल का एक अफसर है जो बहुत शांत रहता है और अपने काम को लेकर गंभीर है.
अब इन पुलिसवालों का कत्ल , क्राइम और रिवेंज से क्या लेना देना है, कैसे ये सभी किरदार एक दूसरे से जुड़ते हैं इसके लिए तो आपको फिल्म देखनी होगी. यहां आपको ये जरूर बता दें कि फिल्म की शुरुआत से लेकर अंत तक जाते-जाते सभी किरदारों की फितरत बदलती है और अंत आपकी कल्पना से एक दम परे होता है.
कहानी और निर्देशन
मोहित सूरी अपनी फिल्मों में प्यार, इश्क और दीवानगी को खास जगह देते हैं. लेकिन उनकी इस फिल्म से वो मैजिक मिसिंग लग रहा है. फिल्म की कहानी को और असरदार और इसके निर्देशन को और बेहतर किया जा सकता था. साथ ही कहानी को थोड़ा लंबा खींच दिया गया है. खासतौर पर इसके फर्स्ट हाफ काफी लंबा और स्लो है.
एक्टिंग
फिल्म में सबसे शानदार परफॉर्मेंस अनिल कपूर और कुणाल खेमू की रही है. दोनों ही एक्टर्स ने अपने किरदारों के साथ न्याय किया है और अपनी एक अलग छाप छोड़ी है. वहीं, इसके अलावा एली अवराम भी अपने एक्टिंग स्किल्स से काफी इंप्रेस किया है. वहीं, आदित्य रॉय कपूर और दिशा पाटनी की भी स्क्रीन प्रेसेंस काफी अच्छी लगी है. हालांकि कई जगह दोनों के फेस इमोशनलेस लगे और वो दर्शकों को इंप्रेस करने में नाकामयाब रहे.
म्यूजिक
मोहित सूरी अपनी फिल्मों के म्यूजिक को लेकर काफी सेंसिटिव रहते हैं और इस पर खास काम करते हैं. इस बार भी फिल्म का म्यूजिक दर्शकों को इंप्रेस कर रहा है. फिल्म की एल्बम में कुल 5 गाने रखे गए हैं और पांचों ही गानों को काफी पसंद किया जा रहा है. अरिजीत सिंह का गाया हुआ गाना 'चल घर चलें' एक बेहद खूबसूरत गाना है वहीं, इसके अवाला अंकित तिवारी का गाया हुआ गाना 'फिर न मिलना कभी' भी अच्छा गाना है. इसके अलावा इसका टाइटल ट्रैक 'मलंग' भी काफी पसंद किया जा रहा है.
रिव्यू
- मोहित सूरी जिस तरह की कहानियां कहने के लिए जाने हैं, इस फिल्म में वो मैजिक जरा मिसिंग लगा. आदित्य और दिशा की लव स्टोरी को और बेहतर बनाया जा सकता था.
- वहीं, एक्टिंग के लिहाज से भी फिल्म में कई कमियां दिखती हैं. हालांकि फिल्म में एक्शन सीक्वेंस अच्छे डाले गए हैं. इसके अलावा म्यूजिक भी बेहतरीन है.
- फिल्म ड्रग्स और मर्दानगी की डैफिनेशन को लेकर भी स्ट्रॉन्ग मैसेजि दिया गया है जिसे मिस नहीं किया जा सकता. आखिर कैसे समाज का डर और खुद को न स्वीकार कर पाना आपको अंधेरों की ओर ले जाता है ये फिल्म में दमदार तरीके से दिखाया गया है.