राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में चुनावी बिगुल शांत भी नहीं हुआ है कि आम चुनाव 2024 की रणभेरी बजने लगी है. इसके बाद बॉलीवुड के कई सितारों की पॉलिटिक्स में एंट्री की अटकलें लगने लगी हैं. इस लिस्ट में सिल्वर स्क्रीन के सरदार खान यानी मनोज बाजपेयी का नाम भी शुमार है. हाल ही में अपनी फिल्म जोरम को प्रमोट करने के लिए मनोज बाजपेयी एबीपी के न्यूज रूम में पहुंचे तो उनसे राजनीति को लेकर भी चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि पिछले 25 साल से हर पार्टी उन्हें चुनाव लड़ने का ऑफर दे रही है. और क्या-क्या बताया मनोज बाजपेयी ने, आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में...
25 साल से हर बार उड़ रही अफवाह
मनोज बाजपेयी ने बताया कि उन्हें राजनीति में गहरी दिलचस्पी है. ऐसे में उनसे पूछा गया कि क्या वह सियासी मैदान में भी अपना दमखम दिखाएंगे? उन्होंने जवाब दिया, '25 साल हो गए, जब-जब चुनाव आते हैं तो बिहार और मेरे शहर में अफवाह उड़ती है कि मैं चुनाव लड़ने वाला हूं. हर बार वहां से कोई न कोई दोस्त मुझे फोन करके कंफर्म करता है कि कहीं मनोज बाजपेयी किसी पार्टी से चुनाव तो नहीं लड़ रहे हैं, क्योंकि वह भी किसी पार्टी से उस संसदीय क्षेत्र में चुनाव लड़ रहा होता है. मुझे उसे दिलासा देना पड़ता है कि मैं नहीं आ रहा हूं.'
उन्होंने कहा, 'मैं जिस जगह से आता हूं राजनीति हमारी परवरिश का हिस्सा है. ईमानदारी से कहूं तो मैं पॉलिटिकल एनालिस्ट बहुत अच्छा हूं. मैं अभिनेता अच्छा हूं या नहीं... लेकिन राजनीति पर विश्लेषण अच्छा करता हूं.'
हालांकि, मनोज बाजपेयी ने ये साफ कर दिया कि वह पॉलिटिक्स ज्वाइन नहीं करेंगे. उनका कहना है कि वह अभी एक्टिंग में ही अपने सफर को आगे ले जाना चाहते हैं. एबीपी न्यूज़ से मनोज बाजपेयी ने कहा, 'मेरा यह जन्म पूरी तरह से अभिनेता का है. इंडस्ट्री के डायरेक्टर्स ने अभी मेरा 25-30 पर्सेंट ही यूज किया है. अभी मेरे पास देने के लिए बहुत कुछ है. इस जीवन में मैं उसे पूरी तरह एक्सप्लोर करना चाहता हूं.'
क्या बॉलीवुड का ट्रेडिशन फॉलो करेंगे मनोज?
आपको बता दें कि मनोज बाजपेयी बिहार के बेलवा गांव में पैदा हुए और पढ़ाई-लिखाई की. इस राज्य से ताल्लुक रखने वाले शत्रुघ्न सिन्हा सहित कई एक्टर्स राजनीति में एंट्री कर चुके हैं. ऐसे में हर चुनाव के दौरान सवाल उठता है कि क्या मनोज बाजपेयी भी अब एक्टिंग के बाद पॉलिटिक्स में हाथ आजमाने वाले हैं, लेकिन उन्होंने ऐसी किसी संभावना से साफ इनकार कर दिया है.
दिलचस्प यह है कि मनोज बाजपेयी देश में चल रही राजनीति को बखूबी फॉलो करते हैं. उन्होंने कहा, 'जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ... बचपन से ही मुझे पॉलिटिक्स पर बात करने में बहुत रुचि है. पॉलिटिक्स को एनालाइज करने में और किसी पॉलिटिकल पर्सनैलिटी की जर्नी को फॉलो करने में मेरी बहुत रुचि रहती है.'
राजनीति पर बात करते हुए मनोज बाजपेयी ने यह भी बताया कि चुनाव के समय बहुत सारे उनके दोस्त उनसे पूछते हैं कि कौन जीतने वाला है. एक्टर ने कहा, 'मेरे बहुत सारे मित्र हैं, जो मुझसे फोन करके पूछते हैं कि मनोज भैया आपको क्या लग रहा है कि कौन जीतेगा. पॉलिटिक्स पर हमारी बेहद गहराई से बातचीत होती है.'
मनोज बाजपेयी का कहना है कि हमारे हिंदुस्तान में बहुत सारे फैक्टर्स पर निर्भर करता है कि आप चुनाव जीतेंगे. यहां पॉलिटिक्स सिर्फ काम करके जीत जाने वाली नहीं होती. उन्होंने यह भी बताया कि हर चुनाव में पार्टियां उनसे एक बार जरूर पूछती हैं कि क्या वह चुनाव लड़ना चाहेंगे. उन्होंने कहा, 'चाहे विधानसभा का चुनाव हो या फिर लोकसभा चुनाव, पिछले 25 साल से हर बार, हर पार्टी टिकट का ऑफर देती है और पूछती है कि क्या चुनाव लड़ने में मुझे दिलचस्पी है?'
बॉलीवुड में काम की बात करें तो इन दिनों ये एक्टर जोरम को लेकर सुर्खियों में हैं. रिलीज से पहले ही यह फिल्म कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में तारीफ बटोर चुकी है. यह फिल्म 8 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है.