Manoj Bajpayee Struggle: बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी ने अपनी एक्टिंग के दम पर फिल्म इंडस्ट्री में अलग पहचान बनाई है और लेकिन उन्हें करियर की शुरुआत में काफी रिजेक्शन झेलने पड़े थे. इतना ही मनोज बाजपेयी ने एक बार खुलासा किया था कि फिल्म निर्देशक ने उनकी फोटो को डस्टबिन में फेक दिया था. ये एक वाकया नहीं है मनोज वाजपेयी ने खुलासा किया है कि उन्हें कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था. 


कूड़ेदान में फेंक दी थी फोटो


रेडिट के साथ 2019 के एक बातचीज में, अपने संघर्ष के बारे में बात करते हुए, मनोज बाजपेयी ने साझा किया था, “ज्यादातर लोगों की तरह, जो इसे बड़ा बनाने के लिए मुंबई आते हैं, मेरे पास भी स्ट्रगल, चिंता, निराशा का एक लंबा दौर था. उस समय एक असिस्टेंट डायरेक्टर को अपनी फोटो देना आम था, जो उसे तुरंत आपकी आंखों के सामने एक कूड़ेदान में फेंक देता था. एक अपमान को आशा में बदलने के लिए, मैं डेली न्यूज पेपर में छपने वाली कहानी से एक कैरेक्टर पर काम करना और शाम को दोस्तों के लिए परफॉर्म करना चुनूंगा.''


एनसीडी ने रखा मोटीवेटेड


मनोज बाजपेयी ने कहा, मैं स्ट्रीट थिएटर और एनएसडी (नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली) से अपनी कुछ लर्निंग को उन भूमिकाओं में जोड़ने की कोशिश करूंगा जिन्हें मैंने निभाया था.इसने मुझे पेशेवर रूप से जीवित रखा और पहली भूमिका के साथ तैयार हुआ.'' उन्होंने आगे के कहा, “यदि आपके पास काम या दोस्त नहीं हैं तो यह ब्रूटल हो सकता है. स्ट्रगल का समय और निराशा का समय मुश्किल होता है और आपको तोड़ सकता है. लेकिन जब सफलता हाथ लगती है तो शहर आपको पूरी तरह से घेर लेता है.''


यहां बता दें कि मनोज बाजपेयी ने 'सत्या', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'पिंजर' और 'द फैमिली मैन' सीरीज जैसी फिल्मों से बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई है. हालांकि, अभिनेता के करियर का शुरुआती दौर आसान नहीं था और मनोज को काफी संघर्षों से गुजरना पड़ा. 


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