Manoj Bajpayee Poem Bhagwan Aur Khuda: देश में पिछले कुछ दिनों से कई जगहों पर सांप्रदायिक हिंसा घटनाएं देखने को मिली हैं. मध्य प्रदेश का खरगौन हो या देश की राजधानी दिल्ली हर जगह माहौल खराब हो रहा है. सोशल मीडिया पर भी लोग इन घटनाओं को लेकर अपनी अपनी राय जाहिर कर रहे हैं. इन सब के बीच अभिनेता मनोज बाजपेयी की एक कविता इन दिनों जमकर वायरल हो रही है.
निर्देशक और लेखक मिलाप ज़ावेरी ने अपने ट्विटर हैंडल पर मनोज वाजपेयी द्वारा पढ़ी गई कविता साझा की है. कविता का शीर्षक है 'भगवान और खुदा'. इस कविता को मिलाप ज़ावेरी ने लिखा है. उनके मुताबिक ये कविता 2020 में लिखी गई थी. हिंदू मुस्लिम एकता को लेकर लिखी गई कविता लोगों को खूब पसंद आ रही है.
इस वीडियो को टी सीरीज़ ने अपने बैनर के साथ रिलीज़ किया है. इस वीडियो की शुरुआत शंखनाद, अज़ान और मंदिर में घंटी के बजने की आवाज़ के साथ होती है और फिर मनोज बाजपेयी की आवाज़ में कविता की शुरुआत होती है. वीडियो करीब 2 मिनट 20 सेकेंड का है. इस वीडियो पर सोशल मीडिया पर जमकर रिएक्शन आ रहे हैं.
वीडियो में मनोज बाजपेयी कहते हैं, "भगवान और खुदा आपस में बात कर रहे थे, मंदिर और मस्जिद के बीच चौराहे पर मुलाकात कर रहे थे. कि हाथ जोड़े हुए हों या दुआ में उठे, कोई फर्क नहीं पड़ता है. कोई मंत्र पढ़ता है तो कोई नमाज पढ़ता है. इंसान को क्यों नहीं आती शर्म है, जब वो बंदूक दिखाकर के पूछता है कि क्या तेरा धर्म है. उस बंदूक से निकली गोली ना ईद देखती है ना होली, सड़क पे बस सजती है बेगुनाह खून की होली. भगवान और खुदा आपस में बात कर रहे थे, मंदिर और मस्जिद के बीच किसी चौराहे पर मुलाकात कर रहे थे.