Manoj Bajpayee On Ramgopal Verma: मनोज बाजपेयी ने अपनी दमदार एक्टिंग की वजह से आज हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में खास पहचान बना ली है. यहां तक की एक्टर ने धाक ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी धाक जमा ली है. मनोज को आखिरी बार शर्मिला टैगोर के साथ ओटोटी पर रिलीज हुई 'गुलमोहर' में देखा गया था. वहीं अपने सफल करियर के दौरान मनोज बाजपेयी ने राम गोपाल वर्मा के साथ कई फिल्में की हैं और हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपने करियर का क्रेडिट RGV (राम गोपाल वर्मा) को ही दिया.
मनोज ने रामगोपाल वर्मा को अपने करियर का दिया क्रेडिट
मनोज और राम गोपाल वर्मा ने 'सत्या', 'कौन', 'शूल' जैसी फिल्मों में साथ काम किया था. मनोज ने 'सत्या' के लिए 'बेस्ट एक्टर इन ए सपोर्टिंग रोल' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता था. वहीं सुचरिता त्यागी के साथ इंटरव्यू के दौरान एक्टर ने कहा कि उनका करियर आरजीवी के कारण है और वे आज भी उनके संपर्क में हैं. वे अक्सर एक-दूसरे से बात करते हैं और डायरेक्टर कभी-कभी उन्हें 'गाली' देने के लिए भी कॉल करते हैं.
'सपने में मिलती है' का रीमेक करने पर RGV ने मनोज का डांटा था
मनोज ने कहा कि हाल ही में उनकी फिल्म सत्या के आइकॉनिक सॉन्ग 'सपने में मिलती है' का रीमेक बनाया गया था और इसमें उन्होंने एक कैमियो भी किया था. इस गाने में ध्वनि भानुशाली और अभिमन्यु दासानी ने एक्टिंग की थी. मनोज ने हंसते हुए कहा कि कभी-कभी आप दोस्तों के लिए कुछ अच्छे भाव से करते हैं और इसीलिए उन्होंने वह गाना किया लेकिन आरजीवी ने उन्हें बुलाया और इसके लिए डांटा.
कीरावनी ने रामगोपाल वर्मा को बताया अपना ऑस्कर
बता दें कि राम गोपाल वर्मा हाल ही में उस वक्त चर्चा में आ गए थे जब एम.एम. कीरावनी ने ऑस्कर जीतने के बाद RGV को ब्रेक देने का क्रेडिट दिया था. कीरावनी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि 'राम गोपाल वर्मा उनके पहले ऑस्कर थे. म्यूजिशियन ने आगे कहा कि आरजीवी ने उन्हें अपनी फिल्म 'क्षण क्षणम' पर काम करने का मौका दिया और रामगोपाल वर्मा ही सही मायने में उनके करियर के ऑस्कर हैं.