नई दिल्ली: अभिनेता मनोज वाजपेयी ने कहा कि वह बहुत खुश हैं कि उनके काम पर सरकार द्वारा मुहर लगाई गई है. उन्होंने कहा कि मेरे लिए पद्मश्री मिलना मेरे अब तक के सफर और भरोसे को सम्मानित किए जाने जैसा है. मनोज ने पद्म श्री के लिए नामित होने के एक दिन बाद शनिवार को बताया, "यह किसी भी पेशेवर के लिए बहुत बड़ा सम्मान है क्योंकि यह सम्मान मात्र किसी एक खास फिल्म या प्रदर्शन के लिए नहीं है. यह मेरे अब तक के सफर को सम्मानित किया जाना है."


उन्होंने कहा, "इसके अलावा सरकार की ओर से यह सम्मान एक तरह से सिनेमा के लिए किए गए योगदान पर भी मुहर लगाना है. इसलिए हां, मैं इसे लेकर बहुत खुशी महसूस कर रहा हूं. मेरा परिवार, दोस्त और प्रशंसक मुझे संदेश भेज रहे हैं. मुझे खुशी हो रही है कि मेरे काम को सरकार द्वारा मान्यता दी गई है."


मनोज वाजपेयी अगली फिल्म 'सोनचिड़िया' में नजर आएंगे जो एक मार्च को रिलीज हो रही है. इस फिल्म में उनके साथ सुशांत सिंह राजपूत और भूमि पेडनेकर अहम भूमिकाओं में नज़र आएंगे.


जानें मनोज बाजपेयी के बारे में
बिहार के चंपारण में जन्में मनोज वाजपेयी ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत फिल्म 'बैंडिट क्वीन' से की थी. शेखर कपूर द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने देश ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब सुर्खियां बटोरीं. हालांकि इस फिल्म से मनोज वाजपेयी को कोई खास प्रख्याति नहीं मिली थी. लेकिन फिल्म में उनके काम के लिए उन्हें सराहा गया.


इसके बाद साल 1999 में उनकी फिल्म आई  'सत्या' जिसके लिए उन्हें बेस्ट एक्टर के फिल्मफेयर अवॉर्ड (क्रिटिक) से नवाजा गया. इसके बाद अगले ही साल उनकी फिल्म आई 'शूल' और इसके लिए भी बेस्ट एक्टर के फिल्मफेयर अवॉर्ड (क्रिटिक) उन्हें मिला. मनोज वाजपेयी ने अपनी फिल्मों के चयन और उनमें अपनी भूमिकाओं के लिए हमेशा सुर्खियां बटोरीं.


मनोज वाजपेयी की कुछ बेहतरीन फिल्मों की बात करें तो उनमें अक्स, जुबेदा, पिंजर , राजनीति , गैंग्स ऑफ वासेपुर 1 और अलीगढ़ शामिल हैं. उनकी फिल्म अलीगढ़ को काफी विरोध प्रदर्शन का सामना भी करना पड़ा था. लेकिन फिल्म में उनका काम यकीनन काबिले तारीफ था.