'वो प्रधानमंत्री हैं, मैं उनका समय क्यों बर्बाद करूं', बीजेपी ज्वाइन करने की खबरों को नकारते थे मनोज कुमार
मनोज कुमार के पॉलिटिकल कनेक्शन को लेकर अक्सर सवाल होते हैं. क्या उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की थी? पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी के साथ उनके कैसे संबंध थे? इन सवालों के जवाब उन्होंने खुद दिए थे.

'एक बात सुनिए. मैं पॉलिटिक्स में? नहीं, नहीं, नहीं, नहीं, नहीं.' बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर, डायरेक्टर मनोज कुमार का ये रिएक्शन था जब उनसे एक इंटरव्यू में पूछा गया था कि क्या उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली है?
मीडिया में कई ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि मनोज कुमार ने बीजेपी ज्वाइन किया था. हालांकि इसके कुछ पुख्ता सबूत किसी के पास नहीं हैं. मनोज कुमार ने खुद इस बात को सिरे से नकारा है. इस पर सफाई देते हुए मनोज कुमार ने खुद कहा था, 'मैं कैंपेन में गया था और उन्होंने मेरे हाथ में एक रसीद दे दी थी.'
Lehren Retro ने आज मनोज कुमार के निधन के बाद उन्हें याद करते हुए पुराना इंटरव्यू शेयर किया है. इस इंटरव्यू में मनोज कुमार ने अपने पॉलिटिक्स और पॉलिटिकल कनेक्शन पर खुलकर बात की है. पॉलिटिकल लोगों से कनेक्शन पर वो कहते हैं, 'जब भी कोई सरकार होती है तो इलेक्शन के दिनों में कलाकारों को, उद्योगपतियों को बुलाते हैं. तो मुझे भी बुलाया गया. मैं भी गया. दो-तीन और भी एक्टर्स थे. मैं बीजीपी के लिए गुजरात में 15 साल 16 साल पहले कंपेन करने भी गया था. एक कैंपेन के दौरान ही मुझे एक रशीद थमा दी गई.'
इस इंटरव्यू में मनोज कुमार ने ये क्लियर करने की कोशिश की है कि उन्हें पता नहीं था कि वो रशीद क्या थी.
बीजेपी ज्वाइन करने की बातें इसलिए बार-बार आती हैं क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से मनोज कुमार के घरेलू संबंध थे. मनोज कुमार ने खुद बताया था कि वो उनकी बोलने की दक्षता के कायल थे और उनकी पर्सनैलिटी को खूब पसंद करते थे.
उन्होंने इसी इंटरव्यू में कहा था, 'वो मुझे व्यक्तिगत रुप से पसंद थे. जो आदमी देश के प्रति सच्चा है, जो अच्छा बोलता है, जिसके पास विचारधारा है. मैं 1964-65 से अटल जी को सुनता था और 67-68 से मेरे उनके घरेलू संबंध हैं. इतने घरेलू कि मैं आपको बता नहीं सकता.'
लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री बनने के बाद मनोज कुमार कभी उनसे मिलने नहीं गए. इस पर उन्होंने कहा था, 'जितनी देर वो प्रधानमंत्री बने रहे मैं दिल्ली उनसे मिलने नहीं गया. क्योंकि वो प्रधानमंत्री हैं मैं उनका समय क्यों बर्बाद करूं.'
मनोज कुमार को पॉलिटिक्स ज्वाइन करने के कई बड़े ऑफर मिले लेकिन उन्होंने कभी इसमें दिलचस्पी नहीं दिखाई. इसे लेकर वो कहते थे, 'मेरा ऐसा कुछ नहीं है कि उनसे कुछ चाहा था जो मुझे नहीं मिला. मुझे बहुत कुछ, सालों पहले भी ऑफर हुआ था. और अब भी होता है. लेकिन मैं अपने आप को इस लायक नहीं समझता कि मैं उन गुणी जनों के बीच में बैठकर कुछ बोल सकूं. वो लोग बहुत गुणी हैं. वो देश के प्रति जो कुछ कर रहे हैं. सब जानते हैं. वो मेरे जैसा अनजान आदमी नहीं कर सकता.'
आपको बता दें कि आज 87 साल की उम्र में मनोज कुमार ने दुनिया को अलविदा कह दिया. सिनेमाई पर्दे पर 'भारत कमार' के नाम से मशहूर एक्टर ने शुक्रवार (4 अप्रैल) सुबह मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में आखिरी सांसें लीं. आज उनके निधन की खबर के बाद पूरी इंडस्ट्री में मातम छाया हुआ है.
मनोज कुमार की हिट फिल्मों में 'उपकार', 'पूरब-पश्चिम', 'क्रांति', 'रोटी-कपड़ा और मकान' जैसी फिल्में हैं.
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