निहारिका की तरफ से पत्रकार संध्या मेनन ने ट्विटर पर एक नोट साझा किया है. निहारिका ने इसमें कहा है कि फिल्ममेकर राज कंवर ने उनके साथ 10 फिल्मों का कांट्रैक्ट साइन किया था. लेकिन न तो फिल्मों पर काम शुरू हुआ और न ही उसे उस वक्त मिल रहे किसी अन्य फिल्म में काम करने दिया.
निहारिका ने 3,500 शब्दों के लंबे नोट में अपनी मीटू कहानी का खुलासा करते हुए लिखा, "उसके बाद मैं टी-सीरीज के भूषण कुमार के संपर्क में आई, जिन्होंने मुझे एक फिल्म की साइनिग अमाउंट के रूप में एक लिफाफा दिया, जिसमें 500 रुपये के दो नोट थे. उसी रात उनका संदेश मिला - मैं तुम्हें और जानना चाहता हूं, चलो कभी डेट पर. मैंने इसके जवाब में लिखा - क्यों नहीं! डबल डेट पर चलते हैं. आप अपनी पत्नी को लाना और मैं अपने ब्यायफ्रेंड को लेकर आऊंगी. इसके बाद उनका कोई जवाब अब तक नहीं आया."
साल 2009 में उन्होंने 'मिस लवली' फिल्म साइन की, जिसमें नवाजुद्दीन सिद्दकी भी थे. उनका कहना है कि फिल्म के दौरान वह नवाजुद्दीन से प्रभावित हुई, जो फिल्मी दुनिया के बनावटी लोगों के बीच 'असली' और जमीन से जुड़े लगते थे.
निहारिका ने एक घटना के बारे में लिखा जब उन्होंने नाश्ते पर उन्हें अपने घर बुलाया था, "जब मैंने दरवाजा खोला, तो उन्होंने मुझे जकड़ लिया. मैंने उन्हें दूर धकेलने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने जाने नहीं दिया. थोड़े से बल प्रयोग के बाद मैंने आखिरकार हार मान ली. मुझे नहीं पता था कि इस रिश्ते को लेकर क्या करना है. उन्होंने मुझसे कहा कि परेश रावल और मनोज वाजपेयी की तरह एक मिस इंडिया या अभिनेत्री पत्नी का उनका सपना है. मुझे यह कबूलनामा थोड़ा मजाकिया लगा, लेकिन अच्छा भी लगा."
लेकिन थोड़े ही दिन बाद हमारे रिश्ते में दरार आने लगी, क्योंकि उनके द्वारा बोले गए झूठ की पोल एक-एक कर खुलने लगी थी. मैंने उनसे कहा कि या तो आप मेरे साथ ईमानदार हो जाएं या फिर यह रिश्ता खत्म कर लें.हालांकि तीन साल बाद एक बार फिर हम कांस फिल्म महोत्सव में मिले, जहां मिस लवली की स्क्रीनिंग हो रही थी. वहां उन्होंने मुझसे सेक्सुअली दुबारा जुड़ना चाहा.
उन्होंने नवाजुद्दीन को महत्वाकांक्षी, यौन कुंठित भारतीय मर्द करार दिया, जिसका जहरीला मर्दवादी रवैया सफलता के साथ ही और बढ़ गया है. इसके साथ ही उन्होंने साजिद खान के द्वारा किए गए अभद्र व्यवहार के अनुभव को भी साझा किया, जिस पर कई अन्य महिलाओं ने भी आरोप लगाए हैं.