कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को एकजुट कर दिया है और इस मुश्किल दौर से गुजर रहे समाज में हर कोई अपनी क्षमता अनुसार एक दूसरे की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. हाल ही में देखा गया है कि देश दुनिया में डॉक्टरों की जरूरत अचानक बढ़ गई है ऐसे में कई जाने-माने चेहरे भी हॉस्पिटल्स में बतौर वॉलंटियर करते नजर आ रहे हैं.


साल 2019 में मिल इंग्लैंड चुनी गई भाषा मुखर्जी ने भी इस समय में मरीजों की मदद करने का फैसला लिया है. कोलकाता मूल की भाषा मुखर्जी जिन्होंने पिछले साल मिस इंग्लैंड का खिताब अपने नाम किया था. वो एक मेडिकल स्टूडेंट रही हैं और खिताब जीतने के बाद उन्होंने इससे ब्रेक लेने का फैसला लिया था. लेकिन कोरोना एपेडेमिक के मद्देनजर उन्होंने लोगों की सेवा के लिए वापस आने का फैसला लिया है.


फॉक्स न्यूज से बात करते हुए भाषा ने कहा, ''मैं अफ्रीका, तुर्की और भारत में कई जगह गई. एशियन देशों में मैं सबसे पहले भारत आई थी. इसके बाद मुझे कई और देशों में जाना था लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के चलते उन्हें टाल दिया गया. मैं जानती हूं कि इस समय मेरे लिए सबसे सही जगह अस्पताल है.''


उन्होंने कहा, ''मैं वापस घर जाना चाहती थी. घर जाते ही मैं सीधा काम पर जाना चाहती थी. मुझे इंग्लैंड के हालातों के बारे में लगातार जानकारी मिल रही थी. इसलिए मेरे लिए ये फैसला लेना बिल्कुल मुश्किल नहीं था.'' आपको बता दें कि मार्च के शुरुआती हफ्तों में भाषा भारत में ही थी. लेकिन वायरस के आउटब्रेक के बाद वो वापस लौट गईं.