राव का कहना है कि शनिवार को एफबीबी कलर्स फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड का खिताब जीतना उनके लिये बेहद भावुक क्षण था. मिस इंडिया ने कहा, ‘‘मेरी आंखों में आंसू थे लेकिन मैं नहीं रोयी. वास्तव में मुझे रोने का वक्त ही नहीं मिला क्योंकि हमें बहुत सारी तस्वीरें खिंचवानी थी. फिर मैं अपने माता-पिता से मिलने चली गई. मैं इतनी खुश थी कि रोना ही भूल गई.’’
सुमन राव ने बताया कि मिस इंडिया का सफर स्कूल की तरह था, जहां काफी कुछ सीखने को मिला. उन्होंने कहा, ‘‘मैं बेहद रुढ़िवादी पृष्ठभूमि से आती हूं. मेरे समुदाय के लिए मॉडलिंग बहुत बड़ी बात है. मैं अपने समुदाय की पहली मॉडल हूं. मेरे परिवार में कभी किसी ने कोई ‘पेजेंट’ नहीं जीता है, मुझे पता भी नहीं था कि यह क्या होता है. मैंने एक साल पहले ही तैयारी शुरू की.’’
राजस्थान के राव समुदाय से मॉडलिंग की दुनिया में आने वाली पहली लड़की होना, उनके परिवार के लिए बहुत बड़ी बात थी. राव ने कहा, ‘‘जब मैं टॉप तीन में शामिल हुई, तभी बदलाव शुरू हुआ. अब पूरे समुदाय को मुझपर गर्व है. जो लोग बदलाव का इंतजार कर रहे थे, वे लोग खुश हैं और कह रहे हैं कि तुमने बहुत अच्छा काम किया. अब हम जो चाहें कर सकते हैं, क्योंकि किसी ने पहला कदम बढ़ा दिया है.’’