मनोज ने कहा, "हमने कई साल पहले हंसल मेहता की 'दिल पे मत ले यार' और आकाश दीप की 'घाट' में एक साथ काम किया था. अब मैं कह सकता हूं कि हमने एक और फिल्म में काम किया है जो उनकी (तब्बू) और अन्नू कपूर की प्रतिभा के साथ न्याय करती है. मिसिंग मूल रूप से हम तीन कलाकारों द्वारा निभाए तीन किरदार के बारे में है."
उन्होंने कहा, "मैं कभी अपने खुद के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं होता हूं. मुझे हमेशा एक भूख रहती है. यही कारण है कि मैंने नए निर्देशकों के साथ काम किया है. मिसिंग के निर्देशक मुकुल अभ्यंकर ने जैसे मुझे हैरान किया था, वह दर्शकों को भी हैरान कर देंगे. वह हर दिन की शूटिंग के दौरान उत्साहित रहते थे."
मनोज के अनुसार, "वह दिन के अंत में फोन करते थे और कहते थे कि यह आपने कैसे किया सर? फिर मैं कहता था कि मैंने किया क्योंकि आपने मुझे यह करने के लिए दिया. एक अभिनेता को निर्देशक और सह-कलाकारों की जरूरत होती है जो उसे प्रेरित कर सकें."
इस फिल्म पर गोपनीयता बनाए रखने और फिर छह अप्रैल को कई अन्य फिल्मों के साथ 'मिसिंग' की अचानक रिलीज के निर्णय के बारे में मनोज ने कहा, "सबसे पहले मैं बता दूं कि यह निर्णय अचानक नहीं लिया गया. हमने फैसला किया था कि 6 अप्रैल सही तारीख है क्योंकि तब कोई बड़ी फिल्म रिलीज नहीं हो रही थी और हम मिसिंग की रिलीज को जितना संभव हो गुप्त रहना चाहते थे क्योंकि हम इस पर बहुत अधिक मीडिया का ध्यान नहीं चाहते थे."
यह पूछने पर कि फिल्म को लेकर मीडिया से दूरी की वजह क्या है, मनोज ने कहा कि यह सस्पेंस फिल्म है. पहले कभी अहसास नहीं हुआ कि सस्पेंस फिल्म को प्रमोट करना कितना मुश्किल होता है. हमें पता है कि मीडिया से सवाल आएंगे और अगर हममें से किसी ने फिल्म को लेकर कुछ कह दिया तो सस्पेंस का सस्पेंस कम हो जाएगा और यह बुरा होगा.