मुंबई: देश में मॉब लिंचिंग यानी भीड़ की हिंसा को लेकर एक बार फिर से माहौल गरमाया हुआ है. दलित और मुस्लिम वर्ग के साथ बढ़ते मॉब लिंचिंग जैसे आपराधिक मामलों को लेकर बॉलीवुड, म्यूजिक इंडस्ट्री और साहित्य की दुनिया की कई बड़ी जानी मानी हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी में मॉब लिचिंग के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है.
एक भड़काऊ युद्ध बन गया है 'जय श्रीराम'- पत्र में हस्तियां
चिट्ठी में कहा गया है, ‘’अफसोस की बात है कि 'जय श्रीराम' को आज उकसाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. यह एक भड़काऊ युद्ध बन गया है. भारत में अल्पसंख्यक समुदाय को राम के नाम पर डराया जा रहा है. राम की अवहेलना करने पर रोक लगाने की जरूरत है.’’ चिट्ठी में दावा किया गया है, ‘’29 अक्टूबर 2009 से जनवरी 2019 के बीच देश में 254 से ज्यादा धार्मिक पहचान पर आधारित नफरत वाले अपराध दर्ज किए गए हैं. प्रिय प्रधानमंत्री, इन अपराधियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है?’’
असहमति को कुचला नहीं जाए- पत्र में हस्तियां
पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में मशहुर निर्देशक श्याम बेनेगल, अदूर गोपालकृष्णन, मणिरत्नम, अनुराग कश्यप और इतिहासकार राम चंद्र गुहा जैसी तमाम हस्तियों ने हस्ताक्षर किए हैं. इन हस्तियों ने पीएम मोदी से एक ऐसा माहौल बनाने की मांग की है, जहां असहमति को कुचला नहीं जाए और एक मजबूत राष्ट्र बनाया जाए.
दोषियों को मिले कड़ी से कड़ी सजा-पत्र में हस्तियां
मोदी को लिखे इस चिट्ठी में देश में भीड़ की तरफ से लिंचिंग के बढ़ते चलन पर गहरी चिंता व्यक्त की गई है. चिट्ठी में अपराध के लिए दोषी पाए जाने वालों के लिए गैर-जमानती और कड़ी से कड़ी सजा की मांग की गई है. चिट्ठी में बिनायक सेन, सौमित्रो चटर्जी, अपर्णा सेन, कोंकणा सेन शर्मा, रेवती, शुभा मुद्गल, रूपम इस्लाम, अनुपम रॉय, परमब्रता, रिद्धि सेन, निर्देशक अंजन दत्ता और गौतम घोष जैसी हस्तियों ने भी हस्ताक्षर किए हैं.
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