Mona Kapoor Unknown Facts: श्रीदेवी और उनके फिल्म निर्माता पति बोनी कपूर के बारे में तो सब जानते हैं, लेकिन यह बहुत कम लोगों को यह बात मालूम है कि बोनी ने उनसे दूसरी शादी की थी. उनकी पहली पत्नी का नाम मोना था. अभिनेता अर्जुन कपूर और अंशुला मोना के ही बच्चे हैं. फिल्म निर्माता की पहली पत्नी को गुजरे हुए आज 11 साल हो गए हैं. उनकी पुण्यतिथि पर आइए आपको उनसे जुड़ी कुछ बातें बताते हैं.
19 साल की उम्र में हुई थी शादी
बोनी और मोना की शादी साल 1983 में हुई थी. सात फेरे लेते समय मोना की उम्र महज 19 साल थी, जबकि बोनी कपूर उनसे करीब 10 साल बड़े थे. दोनों की शादीशुदा लाइफ काफी अच्छी चल रही थी. एक तरफ मोना परिवार को संभाल रही थीं, वहीं दूसरी ओर बोनी भी इंडस्ट्री में अपना नाम बना चुके थे, लेकिन तभी दोनों की जिंदगी में श्रीदेवी की एंट्री हुई और देखते ही देखते सब कुछ बदल गया.
श्रीदेवी की एंट्री से बदल गई जिंदगी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीदेवी और मोना के बीच अच्छी दोस्ती थी. बताया जाता है कि कुछ समय के लिए एक्ट्रेस उनके घर पर आकर रुकी भी थीं, लेकिन किसे पता था कि आगे चलकर इसी दोस्त की वजह से उनकी जिंदगी में भूचाल आ जाएगा. रिपोर्ट्स की मानें तो बोनी श्रीदेवी को स्क्रीन पर देखकर ही दिल दे बैठे थे. वह उन्हें किसी भी तरह अपनी फिल्म में कास्ट करना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने अभिनेत्री की मां से संपर्क किया. उन दिनों श्रीदेवी की मां ही उनकी मैनेजर हुआ करती थीं. एक्ट्रेस की मां ने फिल्म में काम करने के लिए 10 लाख रुपये की डिमांड की थी, लेकिन बोनी इस फिल्म के लिए 11 लाख का ऑफर दे डाला था..
बोनी की बात सुन टूट गई थीं मोना
बोनी कपूर ने जब मोना को पहली बार अपने और श्रीदेवी के बारे में बताया था तब वह टूट गई थीं. इस बात का खुलासा मोना ने खुद साल 2007 में एक इंटरव्यू के दौरान किया था. उन्होंने बताया था, ''बोनी के साथ मेरी शादी अरेंज मैरिज हुई थी, वह मुझसे 10 साल बड़े थे. जब मेरी उनसे शादी हुई तो मेरी उम्र सिर्फ 19 साल थी. हमारी शादी 13 साल पुरानी थी'. इस बातचीत में उन्होंने बताया था कि जब मुझे पता चला कि वह किसी और से प्यार करते हैं तो यह सुनकर मुझे धक्का लगा था.
उन्होंने आगे बताया था कि इस रिश्ते को दूसरा मौका देने के लिए कुछ भी नहीं बचा था, क्योंकि श्रीदेवी प्रेग्नेंट हो चुकी थीं और मेरा इससे निकलना ही बेहतर था. इस साक्षात्कार के दौरान उन्होंने यह भी बताया था कि तलाक के बाद दोनों बच्चों पर भी गहरा असर पड़ा था. स्कूल में कई बार दोनों को ताने सुनने को मिलते थे. हालांकि, मुश्किल हालात का दोनों ने डटकर सामना किया. कहा जाता है कि अर्जुन और अंशुला श्रीदेवी को बिल्कुल पसंद नहीं करते थे और इसलिए उन्होंने कभी भी अपनी मां का दर्जा नहीं दिया.