नई दिल्ली: हाल ही में नेटफ्लिक्स पर प्रसारित वेब सीरीज ‘सेक्रेड गेम्स’ के निर्देशन के लिए वाहवाही बटोर चुके फिल्म निर्देशक विक्रमादित्य मोटवानी का कहना है कि स्ट्रीमिंग सर्विस के शुरू हो जाने से लेखकों, निर्देशकों और निर्माताओं के लिए अब रोमांचक समय आ चुका है, जहां वह इस नये माध्यम को अपनाकर अपनी प्रतिभा दिखाकर दर्शकों से जुड़ सकते हैं.


‘‘उड़ान’’, ‘‘लुटेरा’’ और ‘‘ट्रैप्ड’’ जैसी सफल फिल्मों के लिए समीक्षकों की प्रंशसा पा चुके इस निर्देशक ने हाल ही में नेटफ्लिक्स के पहले भारतीय मूल वेब सीरीज ‘‘सेक्रेड गेम्स’’ के जरिये प्रसारण के एक नये माध्यम पर अपनी दस्तक दी है.

इस सीरीज को दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने से मोटवानी काफी खुश है. यह सीरीज 2006 में आए विक्रम चंद्रा के उपन्यास ‘सेक्रेड गेम्स’ पर आधारित है.

मोटवानी ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘‘हम जानते है कि वास्तव में अब दो अलग-अलग रास्ते हैं जिन पर हम जा सकते हैं. यदि आपको फिल्मों की स्ट्रीमिंग सर्विस से तुलना करना है, तो हमें लगता है कि फिल्में अफेयर की तरह हैं जबकि स्ट्रीमिंग सर्विस रिश्तों की तरह हैं. इन दोनों में यह अंतर है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘ ‘गेम ऑफ थ्रोन्स’ के साथ आपका एक रिश्ता बन गया था. यह सात साल तक बना रहा. (और अब) आपका रिश्ता ‘सेक्रेड गेम्स’ के साथ जुड़ गया है. आप इसके वापस आने का इंतजार कर रहे हैं. यही तो रिश्ता है, है ना?’’

मोटवानी ने कहा कि वह कभी भी इस शो के बारे में अच्छी चीजें सुनने से उबते नहीं है. हां उन्हें इसका सुखद आश्चर्य हुआ कि इसने बड़े पैमाने पर दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया.’’

इस सीरीज का निर्देशन मोटवानी और अनुराग कश्यप ने मिलकर किया है.