मुंबई: 'मुक्ति भवन' ने न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल में (एनवाइआईएफएफ) में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का खिताब जीता है. फिल्म के निर्माताओं का कहना है कि इस किताब ने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 'स्पेशल मेंशन' का पुरस्कार जीतने की खुशी को कई गुना बढ़ा दिया है. फिल्म एक ऐसे शख्स के बारे में है, जो अपेन पिता के वाराणसी की यात्रा में उनका साथ देता है.
न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल का आयोजन 30 अप्रैल से 7 मई तक न्यूयॉर्क में हुआ.
निर्माता संजय भूटियानी ने अपने बयान में कहा, "हमें मिलने वाली हर प्रशंसा मायने रखती है, यह हमारी पहली फिल्म है और इसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म के रूप में देश और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार मिलना हमारे लिए काफी मायने रखता है. राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में 'स्पेशल मेंशन' का पुरस्कार जीतने पर हम बेहद खुश हुए और न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल ने उस खुशी को कई गुना बढ़ा दिया है और हमें उत्साहित कर दिया है."
उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल भारतीय फिल्मों और भारतीय प्रवासी फिल्मों को 2001 से सहयोग देने के लिए जाना जाता है. यह अमेरिका और अमेरिकियों को भारत और भारतीय लोगों के बारे में शिक्षित करने का सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है. निर्माता कहते है कि इस फिल्म का हमारे देश को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रतिनिधित्व करने के बारे में सोचना और पुरस्कार जीतना गर्व का अहसास कराता है.
शुभाशीष भूटियानी निर्देशित और आदिल हुसैन और ललित बहल के अभिनय से सजी फिल्म की कहानी पिता और पुत्र के रोचक संबंधों पर आधारित है. किसान पवित्र शहर वाराणसी में अपने प्राण त्यागना चाहता है और उसका पुत्र उसके साथ विवश होकर इस यात्रा में शामिल होता है.
इस फेस्टिवल में कोंकणा सेन शर्मा ने फिल्म 'ए डेथ इन द गंज' के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माइ बुर्का' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब जीता.