Munjya Box Office Collection Day 2: शरवरी वाघ और अमन वर्मा की हॉरर कॉमेडी फिल्म मुंज्या बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो गई है. फिल्म के ट्रेलर और पोस्टर्स ने इसको लेकर खूब बज क्रिएट किया था. वहीं मेकर्स ने फिल्म की कास्ट को प्रमोट करने के बजाय इस बात पर ज्यादा जोर डाला था कि मुंज्या स्त्री के मेकर्स ने बनाई है. अब स्त्री गजब की फिल्म थी. ऐसे में लोगों में इसे देखने का उत्साह है. यही वजह है कि पहले दिन इस फिल्म ने उम्मीद से बेहतर कमाई की है. आज इस फिल्म का दूसरा दिन है, तो चलिए जानते हैं कि कैसा कलेक्शन रहा है.
दूसरे दिन का कारोबार
लो बजट में बनी औसत स्टारकास्ट वाली फिल्म की पहले दिन की कमाई देखने के बाद अंदाजा हो गया है कि मुंज्या आने वाले वक्त में कमाल कर सकती है. कलेक्शन की बात करें तो सैकनिल्क के अनुसार ओपनिंग डे पर मुंज्या ने 4 करोड़ का कलेक्शन किया था.
वहीं दूसरे दिन शनिवार शाम 10:30 बजे तक मुंज्या का कलेक्शन 6.75 करोड़ रुपये हो चुका है. इस फिल्म ने अब तक 10.75 करोड़ का कुल कारोबार कर लिया है. सुबह तक इन आंकड़ों में बदलाव संभव है. अगर फिल्म इसी रफ्तार से चलती रही तो अगले वीकेंड तक फिल्म अपने बजट के आसपास पहुंच जाएगी.
मुंज्या का बजट
मुंज्या के बजट की बात करें तो इस फिल्म को 30 करोड़ के बजट में बनाया गया है. इस फिल्म के निर्देशक आदित्य सरपोतदार हैं. आदित्य ने बताया था कि इस फिल्म के वीएफएक्स पर बजट का 50% खर्चा किया गया है. बता दें कि यह भारत की पहली सीजीआई (कंप्यूटर जनरेटेड इमेजरी) फिल्म है. बता दें कि फिल्म की कास्ट बहुत बड़ी नहीं है, यही वजह है कि मेकर्स ने इसकी कहानी और अन्य चीजों पर जमकर फोकस किया है. इसीलिए लोगों को फिल्म पसंद आ रही है.
वीकेंड पर होगी नजर
कल संडे का दिन है, ऐसे में अगर मुंज्या का पहला वीकेंड शानदार निकल गया तो अगले वीकेंड तक बढ़िया कमाई के आसार हैं. इसके अलावा आने वाले हफ्ते में कार्तिक आर्यन की फिल्म चंदू चैंपियन रिलीज हो रही है. फैंस को इस फिल्म से भी बहुत उम्मीदें हैं. तो अगले हफ्ते में मुंज्या को चंदू चैंपियन का सामना करना पड़ेगा. कारोबार ऐसे ही चलता रहा तो मुंज्या शरवरी वाघ की हिट्स में शुमार हो सकती है.
क्या है मुंज्या की कहानी
मुंज्या की कहानी पुराने दौर की है. जिसमें एक लड़के मृत्यु उसके जनेऊ संस्कार के दौरान हो जाती है. कहा जाता है कि अगर किसी लड़के की मौत उसके जनेऊ संस्कार के 10 दिन के अंदर होती है तो उसकी अस्थियों को किसी पेड़ के नीचे दबा दिया जाता है, नहीं तो वह ब्रह्मराक्षस बन जाता है और उसकी आत्मा आने वाली पीढ़ियों को भी दिखाई देती हैं.