नई दिल्ली: भजन सम्राट के तौर पर मशहूर नरेंद्र चंचल का आज दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया. वो 80 साल के थे और पिछले करीब दो महीने से अस्पताल में भर्ती थे. उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने गहरा दुख व्यक्त किया है.


प्रधानमंत्री मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा, "लोकप्रिय भजन गायक नरेंद्र चंचल जी के निधन के समाचार से अत्यंत दुख हुआ है. उन्होंने भजन गायन की दुनिया में अपनी ओजपूर्ण आवाज से विशिष्ट पहचान बनाई. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम् शांति!"






गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "प्रख्यात भजन गायक श्री नरेन्द्र चंचल जी के निधन का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ. अपने भजनों के माध्यम से उन्होंने लोगों में भक्ति भावना का संचार करने में अद्भुत भूमिका निभाई. मैं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों व प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. ॐ शांति शांति शांति."






लता मंगेशकर ने ट्वीट किया, "मुझे अभी पता चला की बहुत गुणी गायक, मातारानी के भक्त नरेंद्र चंचल जी का आज स्वर्गवास हुआ. ये सुनके मुझे बहुत दुख हुआ. वो बहुत अच्छे इंसान थे, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे. मैं उनको विनम्र श्रद्धांजली अर्पण करती हूं."






आपको बता दें कि नरेंद्र चंचल पिछले कुछ महीनों से उम्र संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे. आज तकरीबन 12.15 बजे लम्बी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया. नरेंद्र चंचल का जन्म 1940 में पंजाब के अमृतसर शहर के नानक मंडी‌ में हुआ था और उनका पालन-पोषण बेहद धार्मिक माहौल में हुआ था.


माता रानी के जगराता में भजन गाने के लिए बेहद लोकप्रिय रहे नरेंद्र चंचल ने राज कपूर निर्देशित फिल्म 'बॉबी' 'बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो...' गाने के लिए भी उन्हें जाना जाता है. इस गाने के लिए उन्हें श्रेष्ठ गायक का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला था. 1973 में रिलीज हुई 'बॉबी' के अलावा नरेंद्र चंचल ने 'रोटी कपड़ा और मकान', 'आशा', 'बदनाम', 'अवतार', 'काला सूरज', 'अपने' जैसी फिल्मों के लिए भी अपनी गायकी का जलवा दिखाया था.


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