Naseeruddin Shah: अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले नसीरुद्दीन शाह को उनकी बेहतरीन एक्टिंग के लिए भी जाना जाता है. उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया है. अब हाल ही में नसीरुद्दीन शाह ने अपने पिता से अपने रिश्तों पर बात की है. उन्होंने बताया कि उनके पिता से उनके रिश्ते कभी ज्यादा अच्छे नहीं रहे. उन्होंने ये भी खुलासा किया कि उनके अंतिम समय में भी वो उनके साथ नहीं थे.


'सदियों पुरानी परंपराओं में जीते थे पिता'
लल्लनटॉप संग बातचीत में नसीरुद्दीन शाह ने खुलासा किया, 'मैंने अपने पिता को कभी नहीं समझा और न ही उन्होंने कभी मुझे समझा. वो सदियों पुरानी परंपराओं में विश्वास करते थे, जैसे पिता परिवार के मुखिया होते हैं और वो जो कहते हैं वही होगा. मैंने कोशिश की, कि मैं अपने बच्चों के साथ ऐसा न करूं, लेकिन हमारे बीच हमेशा एक गैप था, जो कभी भरा नहीं और मुझे इसका बहुत अफसोस है.'


'पहली शादी से पिता को लगा था सदमा'
उन्होंने आगे बताया, "मैं उनके जनाजे के दौरान वहां नहीं था, लेकिन मैं उनकी कब्र पर गया और अपने दिल की बात कह दी. मैंने उन्हें वो सब कुछ बताया जो मैं कहना चाहता था. मुझे लगा जैसे वो सुन रहे थे." नसीरुद्दीन ने कहा कि उन्हें अपनी युवावस्था में बिना किसी को बताए घर से भाग जाने पर अपराध बोध होता है. वहीं अपनी पहली शादी के बारे में बात करते हुए, नसीरुद्दीन ने बताया, "जब मेरी शादी हुई, तो वो (उनके पिता) बहुत सदमे में थे, लेकिन जब मेरी बेटी हुई तो वो अपनी पोती से मिलने गए और बहुत खुश हुए, कुछ हद तक मेरी बेटी के जन्म ने हमारे बीच चीजों को ठीक करने में मदद की, लेकिन ये ज्यादा समय तक नहीं चला."


'पिता ने मदद करने से कर दिया था मना'
नसीरुद्दीन ने आगे कहा, "मैंने फिल्म संस्थान में शामिल होने के बारे में सोचा और उन्होंने कहा कि मैं आपकी दो साल तक मदद नहीं कर सकता, लेकिन मेरा सिलेक्शन हो गया और मेरे भाइयों ने दो साल तक मेरी बहुत मदद की, जब मैंने संस्थान में प्रवेश लिया, तो मुझे प्रवेश शुल्क के रूप में 600 रुपये की जरुरत थी. मैंने अपने पिता को लिखा कि मुझे तत्काल 600 रुपये चाहिए और मुझे लगा कि वो मना कर देंगे, लेकिन अगले ही दिन उन्होंने टीएमओ के जरिए 600 रुपये ट्रांसफर कर दिए और कोई सवाल भी नहीं किया."


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