बॉलीवुड एक्टर नसीरूद्दीन शाह का कहना है कि उनकी जिंदगी एक्टिंग के बिना कुछ भी नहीं है. इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कह दिया कि जिस दिन वो एक्टिंग नहीं कर पाए उनके लिए जीवन के मायने खत्म हो जाएंगे.


उन्होंने कहा, ''बतौर कलाकार मुझे अभी बहुत कुछ करना है. मैं अभी भी ऑडियंस को बहुत कुछ देना चाहता हूं. मैं खुद को खुशकिस्मत भी मानता हूं कि अभी भी मेरी ऑडियंस मुझे देखना चाहती है और मेरे काम को प्यार करती है. मैं आपको मेरी एक्साइटमेंट के बारे में बता नहीं सकता. मुझे लगता है कि मैं एक्टिंग को लेकर ऑबसेस्ड हूं. मुझे लगता है कि अगर कभी ऐसा हुआ कि अगली सुबह मैं जब उठा और परफॉर्म करने के काबिल नहीं रहा तो शायद मैं आत्महत्या कर लूं. एक्टिंग के बिना जिंदगी में क्या है.''


साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि इस्लाम एक अच्छा धर्म है. ''अगर फिल्म खुदा के लिए अगर तालिबान को ग्लोरिफाई करती तो मैं कभी इस फिल्म के लिए हां नहीं करता. एक मुस्लिम परिवार होने के नाते, मेरा मानना है कि इस्लाम बहुत एक अच्छा धर्म है.''


इस दौरान उन्होंने अपने साथी एक्टर ओमपुरी को भी याद किया. उन्होंने कहा, ''जब मैं नए एक्टर्स से बात करता हूं तो मैं ओम पुरी, गिरीश कनार्ड, श्याम बेनेगल जैसे लोगों की मिसाल देता हूं. जब मैं यंग था तो मेरे लिए भी यही लोग आइडल हुआ करते थे. जब कोई स्ट्रगल कर रहा होता है तो उन्हें प्रोत्साहन की जरूरत होती है.''