नई दिल्ली: अपने बयानों की वजह से विवादों में आए दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने सफाई में कहा है कि पता नहीं मुझे क्यों गद्दार कहा जा रहा है. मैंने तो एक चिंतित भारतीय के तौर पर अपनी बात कही थी. उन्होंने कहा कि भारत मेरा भी मुल्क है, मैंने जो कहा सही कहा, आलोचना तो सहनी ही पड़ेगी.


इससे पहले अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने भीड़ द्वारा की गई हिंसा का हवाला देते हुए कहा था कि एक गाय की मौत को एक पुलिस अधिकारी की हत्या से ज्यादा तवज्जो दी जा रही है. अभिनेता ने कहा कि ‘जहर पहले ही फैल चुका है’ और अब इसे रोक पाना मुश्किल होगा.





उन्होंने अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई. शाह ने कहा कि उन्होंने तय किया था कि वे अपने बच्चों इमाद और विवान को धार्मिक शिक्षा नहीं देंगे क्योंकि उनका मानना है कि '‘खराब या अच्छा होने का किसी धर्म से कोई लेना-देना नहीं है.' उनके इस बयान की कड़ी आलोचना हो रही है.


शाह का अपने बच्चों के लिए भयभीत होना 2015 में आमिर खान द्वारा असहिष्णुता पर दिए गए बयान की याद दिलाता है. खान की इस टिप्पणी के बाद विवाद पैदा हो गया था.


अभिनेता ने कहा, ‘‘मुझे बचपन में धार्मिक शिक्षा मिली थी. रत्ना (अभिनेता की पत्नी) एक प्रगतिशील घर की थी और उसे ऐसा कुछ नहीं मिला. और हमने तय किया कि हम अपने बच्चों को धार्मिक शिक्षा नहीं देंगे क्योंकि मेरा मानना है कि किसी के अच्छे होने या बुरे होने का धर्म से कोई लेना देना नहीं है.'


शाह ने कहा, ‘‘ हमने अपने बच्चों को अच्छे और बुरे में भेद बताया, जिसमें हमारा विश्वास है. मैंने उन्हें कुरान शरीफ की कुछ आयतें पढ़ना भी सिखाया क्योंकि मेरा मानना है कि इससे उच्चारण स्पष्ट होता है. यह वैसे ही जैसे रामायण या महाभारत को पढ़ने से किसी का उच्चारण सुधरता है.'


अभिनेता ने कहा कि स्थिति जल्द सुधरने वाली नहीं है. उन्होंने कहा कि वह डरे हुए नहीं हैं बल्कि गुस्से में हैं. उन्होंने कहा, '‘मैं अपने बच्चों के लिए चिंतित हूं क्योंकि कल को अगर भीड़ उन्हें घेरकर पूछती है, ‘तुम हिंदू हो या मुसलमान?’ तो उनके पास इसका कोई जवाब नहीं होगा. यह मुझे चिंतित करता है और मुझे नहीं लगता कि इन हालात में जल्द कोई सुधार होगा.’’


तीन दिसंबर को दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं सहित एक भीड़ ने बुलंदशहर में कथित गौवध को लेकर एक पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया था. इस घटना में एक पुलिस निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह और एक अन्य व्यक्ति मारे गए थे.


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