Uttara Baokar Death: फेमस एक्ट्रेस उत्तरा बाओकर का पुणे के एक अस्पताल में निधन हो गया है. वे 79 साल की थीं और काफी समय से बीमार थीं. वेटरन एक्ट्रेस और थिएटर आर्टिस्ट ने मंगलवार को अंतिम सांस ली थीं. उनके परिवार के करीबी सूत्रों ने जानकारी दी कि उनका अंतिम संस्कार बुधवार सुबह किया गया था.


उत्तरा बाओकर ने कई फिल्मों में किया था शानदार काम
गोविंद निहलानी की फिल्म ‘तमस’ में अहम रोल निभाने के बाद पांच दशक से ज्यादा के करियर में एक्ट्रेस ने कई फिल्मों में काम किया. वह मृणाल सेन की ‘एक दिन अचानक’, ‘उत्तरायण’, ‘रुक्मावती की हवेली’, ‘द बर्निंग सीज़न’, ‘दोघी’, ‘ठक्षक’ और ‘सरदारी बेगम’ जैसी कई फिल्मों के लिए जानी जाती हैं.


उत्तरा बाओकर ने टीवी के अलावा थिएटर में भी किया काम
उत्तरा बाओकर ने कई टीवी शोज में भी काम किया था. इनमें'उड़ान', 'अंतराल', 'एक्स ज़ोन',‘जस्सी जैसी कोई नहीं’, ‘कशमकश ज़िंदगी की’, ‘रिश्ते’ और ‘जब लव हुआ’ जैसे कई शोज शामिल हैं.  वे थिएटर का भी काफी पॉपुलर चेहरा थीं और उन्होंने मुख्यमंत्री, मेना गुर्जरी, गिरीश कर्नाड की तुगलक और उमराव जान जैसे कई शानदार नाटक किए और इनमें उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई. वह एनएसडी से ट्रेंड थीं.


बाओकर को नेशनल अवॉर्ड से किया गया था सम्मानित
बाओकर ने मृणाल सेन की फिल्म ‘एक दिन अचानक’ के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड भी जीता था. उन्हें साल1984 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था.फिल्म निर्माता सुनील सुकथंकर ने कहा कि उन्होंने उनके साथ लगभग आठ फीचर फिल्मों में काम किया और उनकी लंबे समय से सहयोगी रहीं सुमित्रा भावे उन्हें एक ऐसी एक्ट्रेस के रूप में मानती थीं जो मजबूत महिला पात्रों को चित्रित कर सकती थी. उन्होंने बाओकर को याद करते हुए कहा,"उन्होंने हमारी फिल्मों में कई तरह की महिला भूमिकाएं निभाईं और वह एक डिसिप्लिन अदाकारा थीं. उनका सेट पर, कोई नॉनसेंस एटीट्यूड नहीं होता था."


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