नवाजुद्दीन सिद्दीकी को याद आए स्ट्रगल के दिन, बोले-आज जितना बड़ा मेरा बाथरूम है, उतना कभी मेरा पूरा घर हुआ करता था’
पहले और आज के वक्त में फर्क बताते हुए नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) कहते हैं, ‘आज जितना बड़ा मेरा पर्सनल बाथरूम है, उतना सा मेरा घर हुआ करता था’.
एक्टर नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) हाल ही में अपने नए आशियाने में शिफ्ट हुए हैं. आपको बता दें कि नवाज़ुद्दीन का नाम अब इंडस्ट्री के उन चुनिंदा स्टार्स में शामिल हो चुका है जिनके पास मुंबई में खुद का बंगला है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नवाज़ को यह बंगला बनवाने में तीन साल से ज्यादा का समय लगा है.
हाल ही में एक इंटरव्यू में खुद नवाज़ुद्दीन ने बताया है कि कैसे उनका यह आशियाना पिछले वाले से अलग था. आपको बता दें कि साल 2012 में आई फिल्म ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर’ (Gangs of Wasseypur) की रिलीज से पहले, लगभग एक दशक तक नवाज़ुद्दीन फिल्मों में मुकाम हासिल करने के लिए स्ट्रगल कर रहे थे. इस दौरान नवाज़ुद्दीन कई ऐसे फ्लैट्स में रहे जो या तो बेहद छोटे थे या उनमें कई-कई लोग एक साथ रहते थे.
पहले और आज के वक्त में फर्क बताते हुए नवाज़ुद्दीन कहते हैं, ‘आज जितना बड़ा मेरा पर्सनल बाथरूम है, उतना सा मेरा घर हुआ करता था’. नवाज़ुद्दीन कहते हैं जब मैं मुंबई आया तब मैं चार अन्य स्ट्रगलिंग एक्टर्स के साथ एक बेहद छोटे से रूम में रहता था, वो कमरा इतना छोटा था कि यदि मैं डोर खोलूं तो किसी के पैर में लग जाता था’. नवाज़ुद्दीन आगे बताते हैं कि, ‘धीरे-धीरे मैने तीन लोगों फिर दो लोगों के साथ रूम शेयर किया और आखिर में साल 2005 में वो वक्त आया जब मैं अकेला रहने लगा था’.
नवाज़ुद्दीन ने अपने इस नए बंगले का नाम अपने पिता के नाम पर ‘नवाब’ रखा है. एक्टर कहते हैं, ‘मेरे पिता का मन मुंबई के घर में नहीं लगता था. इसलिए मेरे दिमाग में हमेशा एक बात चलती रहती थी कि एक दिन उनके लिए मुम्बई में बड़ा घर लेना है. हालांकि, इससे पहले ही उनका देहांत हो गया. मैं चाहता था कि पिताजी यह बंगला एक बार देख पाते’.