बचपन में हकलाते थे नवाजुद्दीन सिद्दीकी, बातें समझने में लगता था वक्त! एक्टर ने खुद किया खुलासा, कहा- 'मैं ट्यूबलाइट था...'
Nawazuddin Siddiqui Childhood: नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने हाल ही में खुलासा किया कि वे बचपन में हकलाते थे और उन्हें बातों को समझने में वक्त लगता था. वे आज भी जब गुस्से में होते हैं तो हकलाने लगते हैं.
Nawazuddin Siddiqui Childhood: नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपनी मेहनत के बलबूते फिल्म इंडस्ट्री में अपना सिक्का जमाया है. एक्टर करीब 25 साल से फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा हैं और लगातार अपनी एक्टिंग से दर्शकों के दिल में अपनी जगह बनाए हुए हैं. लेकिन एक्टर के लिए कामयाबी की ये राह इतनी आसान नहीं थी. नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने खुद इस बात को कबूल किया है कि जैसी उनकी हालत थी उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे एक्टर बन पाएंगे.
अनफिल्टर्ड बाई सम्दीश से बातचीत करते हुए नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा- 'मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं ये काम कर पाऊंगा, क्योंकि मैं थोड़ा शांत था. मैं एक ट्यूबलाइट था. मैं हकलाता था और बातों को समझने में वक्त लेता था.' नवाजुद्दीन ने इंटरव्यू के दौरान अपने हकलाने की वजह भी बताई और ये भी बताया कि कैसे वे इससे बाहर निकले.
कब दूर हुआ हकलाना?
नवाजुद्दीन ने कहा- 'जब बहुत गुस्सा आता है तब अब भी हकलाने लगता हूं.' नवाजुद्दीन ने आगे बताया कि उन्होंने साल 2005 या 2006 में हकलाना बंद कर दिया था. इसका क्रेडिट उन्होंने अपने करियर में हासिल की गई अचीवमेंट्स को दिया और कहा कि शायद इनसिक्योरिटी की वजह से वे इतने वक्त तक हकलाहट के शिकार थे.
घर बेचकर बनाएंगे फिल्म!
इस दौरान नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने ये भी कहा कि अगर कभी उन्हें फिल्मों में काम मिलना बंद हो जाए तो वे कभी किसी के पास काम मांगने नहीं जाएंगे. इसकी जगह वे अपना घर और सबकुछ बेचकर खुद फिल्म बना लेंहे या बसों-ट्रेनों में एक्टिंग कर लेंगे.
एक्टर के पास हैं ये प्रोजेक्ट्स
वर्कफ्रंट की बात करें तो नवाजुद्दीन सिद्दीकी के पास सेक्शन 108, अद्भुत और नूरानी चेहरा जैसी फिल्में हैं. हाल ही में वे तेलूगू फिल्म सैंधव में दिखाई दिए थे.