मुंबई: सुपरहिट फिल्म 'दंगल' के निर्देशक नितेश तिवारी का कहना है कि ईमानदारी और गंभीरता के कारण 'दंगल' जैसी फिल्म बनकर सामने आई है, जिसमें बेहद प्रतिभाशाली कलाकारों ने अपना योगदान किया है. यही कारण है कि यह फिल्म हिंदी सिनेमा की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई है.


भारतीय बॉक्स-ऑफिस पर यह फिल्म लगभग 400 करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी है. 'दंगल' की शानदार सफलता से लगा था कि तिवारी रातों-रात बदल जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. 'दंगल' सफलता के पायदान चढ़ती गई, लेकिन इस फिल्म के निर्देशक तिवारी उसी तरह हैं, जैसे पहले थे.


कई सारे निर्माता तिवारी को अनुबंधित करने के लिए कतार में खड़े हैं. निर्माता उन पर 'दंगल' का सीक्वल बनाने का बहुत दबाव बना रहे हैं और वे कह रहे हैं कि यदि वह सीक्वल नहीं बनाना चाहते तो कम से कम खेल पर आधारित कोई दूसरी फिल्म ही बनाएं.


तिवारी ने 'दंगल' की सफलता का श्रेय कई कारणों को दिया है. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि जिस ईमानदारी और गंभीरता के साथ 'दंगल' को बनाया गया है, वह कारगर साबित हुआ है. फिल्म को जितना वक्त चाहिए था, इसके लिए जितने प्रयास करने चाहिए थे और जिस स्तर पर इसे बनाना चाहिए था, हमने सबकुछ उसके अनुरूप किया."


तिवारी ने फिल्म के बारे में कहा, "हमने इस लिहाज से इस फिल्म की कहानी लिखी और इसकी शूटिंग की ताकि दर्शकों को यह अपनी और अपने बीच की कहानी लगे. किरदार और उनकी भावनाओं को बिल्कुल वास्तविक रखा गया, और फिल्म में जो हास्य का पुट जोड़ा गया, उससे यह फिल्म अधिक मजेदार बन गई."


उन्होंने कहा, "यह सोने पर सुहागा जैसा है कि लोग न सिर्फ फिल्म पसंद कर रहे हैं, बल्कि इसे बनाने में लगी मेहनत को महसूस कर रहे हैं और उसकी तारीफ कर रहे हैं. यही सब कारण है कि इतने बड़े पैमाने पर 'दंगल' दर्शकों को अपने साथ जोड़ पाई है."


फिलहाल 'दंगल' हिंदी सिनेमा की सबसे बड़ी और कामयाब फिल्म बन चुकी है. लेकिन तिवारी को ‘दंगल’ के बाद किसी तरह का कोई दबाव महसूस नहीं हो रहा हैं.


उन्होंने कहा, "स्वाभाविक है कि 'दंगल' की सफलता का दबाव मुझपर होगा, लेकिन मुझे इसे लेकर व्यावहारिक रहना है. दंगल की स्क्रिप्ट बहुत अच्छी थी, इसमें आमिर खान जैसे दिग्गज अभिनेता और अन्य प्रतिभावान व प्रतिबद्ध कलाकार तथा टेक्नीशियन शामिल थे."


तो क्या अगली फिल्म 'दंगल' जैसी कामयाबी दोहरा पाएगी? तिवारी ने कहा, "मैं आमतौर पर पहले से कोई शर्त तय नहीं करता कि किस तरह की फिल्में बनाऊंगा. मैं हर तरह की फिल्में बनाना चाहूंगा, बशर्ते उसकी कहानी अच्छी हो."