दुर्गा पूजा समारोहों में भाग लेने के लिए मुस्लिम धर्म गुरुओं की आलोचनाओं का शिकार होने के बावजूद तृणमूल लोकसभा सांसद एवं अभिनेत्री नुसरत जहां ने शुक्रवार को शहर के एक पंडाल में ‘सिंदूर खेला’ में हिस्सा लिया और कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती हैं.
नुसरत ने शुक्रवार शाम को यहां एक पंडाल में आयोजित विजयादशमी से जुड़ी इस रस्म में हिस्सा लिया. उद्यमी निखिल जैन से इस साल की शुरुआत में विवाह के बाद से ही नुसरत ‘मंगलसूत्र’ और ‘सिंदूर’ जैसे हिंदुओं के विवाह के प्रतीकों का प्रयोग करने को लेकर मुस्लिम धर्म गुरुओं के निशाने पर हैं.
उन्हें दुर्गा पूजा समारोहों में भाग लेने के लिए भी इस सप्ताह की शुरुआत में आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था.
‘सिंदूर खेला’ रस्म के तहत विवाहित महिलाएं दुर्गा मां की पूजा करने और उन्हें प्रसाद चढाने के बाद सिंदूर की होली खेलती हैं. नुसरत ने कहा, ‘‘मैं ईश्वर की विशेष संतान हूं. मैं मानवता और प्रेम का सम्मान करती हूं. मैं बहुत खुश हूं और विवादों से मुझे फर्क नहीं पड़ता. मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं और सभी उत्सव मनाती हूं.’’
दारुल उलूम देवबंद से जुड़े एक मुस्लिम धर्म गुरु ने सोमवार को कहा था कि नुसरत को अपना नाम और धर्म बदल लेना चाहिए क्योंकि वह अपने कार्यों से ‘‘इस्लाम और मुस्लिमों को बदनाम’’ कर रही हैं.