पद्मश्री विवाद पर बोले अदनान, 'मेरे पिता का मेरे अवॉर्ड से क्या लेना-देना?'
सामी को 2016 में भारत की नागरिकता दी गई थी. उन्होंने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुने जाने पर सरकार का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों के लोगों से उनके अच्छे संबंध है.
मंबई: पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान सामी को पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने की घोषणा के बाद से शुरू हुए विवाद पर सामी ने गुरुवार को कहा कि कुछ नेता राजनीतिक लाभ के लिए बेवजह उनका नाम विवादों में घसीट रहे हैं. सामी को 2016 में भारत की नागरिकता दी गई थी. उन्होंने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुने जाने पर सरकार का ‘अनंत आभार’ व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों के लोगों से उनके अच्छे संबंध है.
अदनान ने एक इंटरव्यू में कहा,‘‘आलोचना करने वाले कुछ राजनेता हैं. वे किसी राजनीतिक एजेंडा के तहत ये कर रहे हैं और इसका मुझसे कोई लेना देना नहीं है. मैं नेता नहीं हूं, मैं संगीतकार हूं.’’
दरअसल सामी के पिता पाकिस्तान वायु सेना में पायलट थे और इसी लिए सामी के नाम पर विवाद है लेकिन सामी पूरे विवाद को गैरजरूरी मानते हैं.
उन्होंने कहा,‘‘मेरे पिता पुरस्कृत लड़ाकू पायलट थे और एक पेशेवर सैनिक थे. उन्होंने अपने देश के प्रति अपना फर्ज निभाया. उसके लिए मैं उनका सम्मान करता हूं. वह उनका जीवन था और उसके लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया. मैंने उससे लाभ नहीं उठाया और न ही उसका श्रेय लिया. ठीक इसी प्रकार से मैं जो करता हूं उसका श्रेय उन्हें नहीं दिया जा सकता. मेरे पुरस्कार का मेरे पिता से क्या लेना देना? यह गैरजरूरी है.’’
आपको यहां बता दें कि अदनान सामी के पिता अरशद सामी खान पाकिस्तान की एयरफोर्स में थे और उन्होंने 1965 में भारत के खिलाफ युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी. वहीं अदनान सामी की बात करें तो उनका जन्म लंदन में हुआ था. उन्होंने 2015 में भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया था और जनवरी 2016 में उन्हें यह प्रदान कर दी गई थी.
कांग्रेस ने किया विरोध
कांग्रेस की ओर से इसे बीजेपी का ‘फर्जी राष्ट्रवाद’ करार दिया. कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल की ओर से कहा गया कि अदनान सामी को देश का एक बड़ा सम्मान देना 1965 युद्ध के भारतीय नायकों का अपमान है. दरअसल, सामी के पिता पाकिस्तानी वायुसेना में थे और 1965 के युद्ध में शामिल हुए थे. उन्होंने यह सवाल भी किया कि करगिल युद्ध में शामिल हुए सैनिक सनाउल्लाह को घुसपैठिया घोषित कर दिया गया, जबकि उस सामी को पद्म सम्मान दिया जा रहा है जिसके पिता ने पाकिस्तानी वायुसेना में रह कर भारत के खिलाफ गोलाबारी की थी?
बीजेपी ने किया बचाव
बीजेपी की ओर से भी इसे लेकर कांग्रेस पर पलटवार किया गया. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अदनान सामी के पिता की पुस्तक का विमोचन भारत में 2008 में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में हुआ था. संबित पात्रा ने कहा, ‘‘अदनान सामी अत्यधिक हकदार हैं और उन्हें उनकी काबिलियत को लेकर पद्मश्री दिया गया. वह न सिर्फ एक मशहूर गायक हैं बल्कि दुनिया के सर्वाधिक तेज पियानोवादक और विश्व भर में वाहवाही बटोरने वाले संगीतकार हैं.’’
बॉलीवुड में भी हुआ विरोध
अदनान को मिले इस बड़े सम्मान का विरोध फिल्म इंडस्ट्री में भी हुआ, और कई सेलेब्स ने अपनी नाराजगी जाहिर की. एक्टर अन्नू कपूर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एक ट्वीट किया. एक फैन को जवाब देते हुए उन्होंने ट्वीट में तंज कसते हुए कह रहे हैं, ''पद्म पुरस्कार केवल योग्य और deserving लोगों को ही दिए जातें हैं मुझ जैसे अयोग्य और नालायक को नहीं फिर भी आपने मुझे याद किया इसके लिए बहुत आभारी हूं.''