Best Documentary Feature Film: ऑस्कर्स 2023 में भारत को एक नहीं तीन नॉमिनेशन मिले हैं. जिसमें से पहली कैटेगरी की अनाउंसमेंट हो गई है और भारत को इसमें जगह नहीं मिली. भारत की ओर से बेस्ट फीचर डॉक्यूमेंट्री कैटेगरी में 'ऑल देट ब्रीथ' को भेजा गया था और इसने नॉमिनेशन भी हासिल किया. लेकिन ये अवॉर्ड अपने नाम नहीं कर पाई. इस कैटेगरी में 'नैवेल्नी' को ये अवॉर्ड मिला है. इस कैटेगरी में नैवेल्नी को ऑल द ब्यूटी एंड द ब्लडशेड, फायर ऑफ लव, ए हाउस मेड ऑफ स्प्लिंटर्स से कड़ी टक्कर मिली. हालांकि इस रेस में नैवेल्नी ने बाजी मार ली.
ऑल दैट ब्रीथ्स
शौनक सेन द्वारा निर्देशित, ऑल दैट ब्रीथ्स दो मुस्लिम भाइयों की कहानी बताती है जो दिल्ली में रहते हैं, और उन्होंने इसे अपने जीवन का एकमात्र लक्ष्य और मकसद बना लिया है ताकि पक्षियों की एक मरती हुई नस्ल, ब्लैक काइट्स को बचाया जा सके, जो जहरीले वातावरण के कारण मर रहे हैं. दोनों भाइयों की इस कोशिश ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दर्शकों के दिल को छू लिया, जिन्होंने पहले ही फिल्म को हाई रेटिंग्स दी है. रिव्यू एग्रीगेटर साइट रॉटन टोमाटोज़ पर इसकी वर्तमान रेटिंग 99 प्रतिशत है, जिसमें महत्वपूर्ण आम सहमति है.
द एलिफेंट व्हिस्परर्स को मिली जीत
ऑस्कर 2023 में 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' ने जीत हासिल कर ली है. ये एक नेटफ्लिक्स डॉक्यूमेंट्री है जो एक अकेले छोड़ दिए गए हाथी और उनकी देखभाल करने वालों के बीच अटूट बंधन की बात करती है. यह हॉलआउट, हाउ डू यू मेजरमेंट ए ईयर?, द मार्था मिशेल इफेक्ट और स्ट्रेंजर एट द गेट के साथ डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट कैटेगरी में कॉम्पीटीशन में थी. इसका निर्माण गुनीत मोंगा ने किया है.