जानें, रानी पद्मावती हकीकत थीं या फिर अफसाना ?
संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ का देशभर में कई संगठन विरोध कर रहे हैं. कोई फिल्म के पक्ष में, तो कोई विरोध में खड़ा दिखाई दे रहा है. इन सब के बीच अब भी सबसे बड़ा सवाल यही है कि रानी पद्मावती हकीकत थीं या फिर अफसाना ?
नई दिल्ली: संजय लीला भंसाली की बहुचर्चित फिल्म ‘पद्मावती’ अपने शूटिंग के दिनों से ही विवादों में हैं. पहले राजस्थान में शूटिंग के दौरान इस फिल्म का विरोध हुआ. विरोध कर रहे करणी सेना के सदस्यों ने फिल्म के सेट पर तोड़ फोड़ मचाई. उनका गुस्सा यहीं नहीं थमां, बल्कि विरोध के दौरान उन्होंने फिल्म के निर्केशक संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट भी की.
इस घटना के बाद फिल्म का शूटिंग स्थल बदलना पड़ा. बाद में ‘पद्मावती’ का ट्रेलर जारी होने के बाद एक बार फिर फिल्म का कड़ा विरोध होना शुरू हो गया. राजपूत समुदाय के लोगों ने इस फिल्म पर इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश करने के आरोप लगाए. देशभर में विरोध प्रदर्शन किए गए. जो आज तक जारी हैं.
इन सब के बीच कई सवाल ऐसे हैं जो लोगों के ज़ेहन में उठ रहे हैं. सवाल ये कि क्या रानी पद्मावती हकीकत थीं या फिर बस एक अफसाना? क्या वाकई रानी पद्मावती को हासिल करने की चाहत में ही अलाउद्दीन खिलजी ने चितौड़ पर हमला बोला था? क्या रानी पद्मिनी और रानी पद्मावती एक ही हैं?
कौन थीं रानी पद्मावती ?
कहा जाता है कि रानी पद्मावती सिंहल द्वीप यानी आज के श्रीलंका के राजा गंधर्व की बेटी थीं. रानी पद्मावती के बारे में पहली लिखित जानकारी मलिक मोहम्मद जायसी के महाकाव्य पद्मावत में मिलती है. जायसी ने पद्मावत में रानी पद्मावती की अद्वितीय सुंदरता का बखान किया है.
कहा ये भी जाता है कि चितौड़ के राजा रावल रतन सिंह ने स्वंयवर में पद्मिनी को जीता था और उनसे शादी की थी. हालांकि रानी पद्मावती के अस्तित्व का कोई एतिहासिक प्रमाण मौजूद नहीं है.
कहा जाता है कि राजा रावल रतन सिंह के एक दरबारी ने बदला लेने के लिए अलाउद्दीन खिलजी को पद्मवाती की सुंदरता के बारे में बताया था, जिससे खिलजी मोहित हो गया और उसने चितौड़ पर हमला करने का आदेश दिया.
कौन था खिलजी ?
अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली का शासक था और खिलजी वंश का दूसरा राजा था. अपने चाचा जलालुद्दीन खिलजी की हत्या करके वो दिल्ली की राजगद्दी पर बैठा था. सन् 1316 में 66 साल की उम्र में सेना के अधिकारी मलिक नायब ने खिलजी की हत्या कर दी थी.
खिलजी का साम्राज्य दक्षिण में मदुरै तक फैला हुआ था. उसने दक्षिण में तेलंगाना, देवगिरी और होयसल पर कब्जा किया था, जहां से बाद में वो टैक्स वसूला करता था. खिलजी ने उत्तर भारत में गुजरात, जैसलमेर, रणथंभौर, मेवाड़, मालवा, जालौर और चितौड़ को जीता था.
खिलजी ने शीशे में देखा था पद्मावती को
कहा जाता है कि चितौड़ पर जब खिलजी ने चढ़ाई की तो उसने राजा रतन सिंह से शर्त रखी कि अगर वो पद्मावती की एक झलक दिखा दे, तो वो कुछ नहीं करेगा. लेकिन जब शीशे में खिलजी ने रानी पद्मावती को देखा तो वो उन पर फिदा हो गया.
धोखे से उसने राजा रतन सिंह को कैद कर लिया और जान बख्शने के बदले उसने पद्मावती की मांग की. कहा जाता है कि सेनापति गोरा और बादल ने चालाकी से हमला कर रतन सिंह को छुड़ा लिया, जिसके बाद गुस्से में खिलजी ने पूरी ताकत से चितौड़ के किले पर हमला कर दिया. हमले में राजा रतन सिंह मारे गए. जिसके बाद रानी पद्मावती ने सैंकड़ों दूसरी राजपूत महिलाओं के साथ जौहर कर लिया था, यानि आग में कूदकर अपनी जान दे दी थी.
आपको बता दें कि इस फिल्म में रानी पद्मावती के किरदार में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण हैं, अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका रणवीर सिंह ने निभाई है और रतन सिंह बने हैं अभिनेता शाहिद कपूर. फिल्म 1 दिसंबर 2017 को रिलीज की जाएगी.
यहां देखें फिल्म का ट्रेलर...