कराची: पाकिस्तान में सिनेमाघर कल से भारतीय फिल्में दिखाएंगे क्योंकि डिस्ट्रीब्यूटर्स और सिनेमाघर मालिकों ने उरी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच शुरू हुए तनाव के बाद भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर खुद से लगाए गए बैन को हटा लिया है.



फिल्म एक्जीविटर्स एसोसियेशन के अध्यक्ष जोरैश लाशरी ने संवाददाताओं से कहा कि संबंधित पक्षों के साथ विस्तृत चर्चा के बाद यह तय किया गया कि भारतीय फिल्मों का प्रदर्शन कल से बहाल कर दिया जाए.

उन्होंने कल यहां कहा, ‘‘सिनेमाघर मालिकों एवं इस उद्योग के अन्य पक्षों पर भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर अस्थायी रोक के फैसले की बड़ी मार पड़ी है. नये सिनेप्लेक्सों एवं मल्टी प्लेक्सों को उन्नत बनाने एवं उनके निर्माण पर बहुत निवेश किया गया था लेकिन इस समय धंधा नयी भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर निर्भर है. ’’ सिनेमाघर मालिकों ने कहा कि उन्होंने भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर बस अस्थायी रोक लगायी थी न कि पूर्ण रोक.

अट्रियम सिनेमा के नदीम मंडीवाला ने कहा कि अस्थायी रोक के चलते जो फिल्में नहीं दिखायी जा सकीं, सबसे पहले वे दिखायी जाएंगी. दिखायी जाने वाली सबसे पहली फिल्म नवाजुद्दीन सिद्दिकी की ‘फ्रीकी अली’ होगी.

इस उद्योग के सूत्रों ने बताया कि जब नयी एवं पुरानी पाकिस्तानी फिल्मों और नवीनतम हॉलीवुड फिल्मों के बाद भी हॉल खाली रहने लगे जब ज्यादातर सिनेमाघर मालिक, वितरक और भारतीय फिल्मों के आयातकों के हाथ-पैर फूल गए.

एक सूत्र ने कहा, ‘‘साथ ही हाल में हफ्तों में कई भारतीय फिल्में रिलीज हुईं जबकि हर कोई बेसब्री से आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ का इंतजार कर रहा है.’’

हालांकि एक सूत्र ने कहा कि कुछ सिनेमा मालिकों को आशंका है कि भारतीय फिल्मों का प्रदर्शन बहाल करने पर धार्मिक दलों या समूहों की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया आ सकती है और इसलिए उन्होंने जरूरत पड़ने पर सुरक्षा मांगी है.