कभी गर्लफ्रेंड से पैसे लेकर करता था गुजारा, आज बेशुमार दौलत का मालिक है ये एक्टर
बॉलीवुड के इस दिग्गज अभिनेता ने कभी अपनी बैंक की नौकरी तीन दिन में ही छोड़ दी थी. फिर इस एक्टर को गुजारा करने के लिए अपनी गर्लफ्रेंड से पैसे उधार लेने पड़ते थे.
Guess Who: कई लोग लाइफ में आगे बढ़ने के लिए रिस्क लेने से भी परहेज नहीं करते हैं. आज हम आपको ऐसे ही एक एक्टर के बारे में बताएंगें जिन्होंने 3 दिन में ही अपनी बैंक की नौकर छोड़ दी थी. फिर इन्होंने फिल्मों में पहचान बनाने के लिए खूब संघर्ष किया. यहां तक कि इन्हें अपने गुजारे के लिए गर्लफ्रेंड तक से पैसे उधार लेने पड़े थे. हालांकि इस अभिनेता की मेहनत रंग लाई और आज ये ना केवल बॉलीवुड के शानदार एक्टर हैं बल्कि करोड़ों की संपत्ति के भी मालिक हैं.
हम जिस अभिनेता की बात कर रहे हैं वे नेशनल अवॉर्ड विनर हैं और उन्होंने 240 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. उन्हें 2014 में भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था. दरअसल ये एक्टर कोई और नहीं परेश रावल हैं. परेश बॉलीवुड के सबसे ज्यादा टैलेंटेड एक्टर्स में से एक हैं. हालांकि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने काफी स्ट्रगल भी किया है.
तीन दिन में छोड़ दी थी बैंक नौकरी
परेश रावल का जन्म 30 मई, 1955 को बॉम्बे (अब मुंबई) में एक मीडिल क्लास गुजराती परिवार में हुआ था. उन्होंने मुंबई के विले पार्ले में नरसी मोनजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स में पढ़ाई की. कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद परेश जल्द से जल्द नौकरी करने की कोशिश में जुट गए थे. अनुपम खेर शो में अभिनेता ने बताया था कि उनकी फैमिली में पॉकेट मनी का कॉन्सेप्ट मौजूद नहीं था. इसलिए उन्होंने एक बैंक में नौकरी खोजने का फैसला किया. उन्होंने बैंक ऑफ बड़ौदा में 1.5 महीने तक काम किया, लेकिन तीन दिन बाद ही नौकरी छोड़ दी, क्योंकि उन्हें लगा कि वह इसमें फिट नहीं बैठेंगे.
गर्लफ्रेंड से पैसे लेकर करते थे गुजारा
इसके बाद गुजारा करने के लिए, वे अपनी उस समय गर्लफ्रेंड, एक्ट्रेस और मिस इंडिया 1979 की विनर स्वरूप संपत से पैसे उधार लेते थे. आख़िरकार उन्होंने 1987 में शादी कर ली और उनके दो बेटे हुए, आदित्य और अनिरुद्ध.
फिल्म 'नाम' से विलेन के किरदार में मिली थी पॉपुलैरिटी
परेश ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1982 में गुजराती फिल्म नसीब नी बलिहारी से की थी. उनकी पहली हिंदी फिल्म 'होली' (1984) थी. ये फिल्म आमिर खान द्वारा स्टारर और मीरा नायर द्वारा निर्देशित थी. सनी देओल की फिल्म 'अर्जुन' (1985) में अभिनय करने के बाद उन्हें सफलता मिली. इसके बाद उन्होंने संजय दत्त की फिल्म 'नाम' (1986) में विलेन के रोल में खूब पॉपुलैरिटी मिली और फिर परेश ने अक्सर डकैत, कब्ज़ा, राम लखन, स्वर्ग, ज़ुल्म की हुकूमत और दामिनी जैसी फिल्मों में मुख्य खलनायक, ग्रे शेड वाले किरदार या खलनायक के सपोर्टिंग का रोल निभाया.
कॉमिक रोल में भी हुए खूब फेमस
2000 में, परेश रावल ने प्रियदर्शन की हेरा फेरी में एक महाराष्ट्रीयन गैराज मालिक बाबूराव गणपतराव आप्टे की भूमिका निभाई. बाबूराव के किरदार में उनकी परफॉर्मेंस की खूब तारीफ हुई और इसके लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिले.उन्होंने फिर हेरा फेरी (2006) में इस किरदार को दोहराया और हेरा फेरी 3 में भी ऐसा ही करेंगे. उन्होंने सोशल कॉमेडी 'ओएमजी: ओह माय गॉड' में भी अभिनय किया और टेबल नंबर 21 में एक ग्रे-शेड किरदार निभाया.
परेश रावल नेटवर्थ
ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, परेश रावल एक फिल्म के लिए करीब 5 करोड़ रुपये चार्ज करते हैं. आज एक्टर के पास शोहरत से लेकर दौलत तक सब कुछ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक एक्टर की नेटवर्थ 93 करोड़ रुपये है. हालांकि, अभिनय के अलावा एक्टर विज्ञापन, मॉडलिंग और कई अन्य सोर्स से कमाई करते हैं.
ये भी पढ़ें -Kareena Kapoor के बर्थडे पर ननद Soha Ali Khan ने लुटाया प्यार, तस्वीरों में दिखी दोनों की बेहद प्यारी बॉन्डिंग